अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता हीरा बा का पार्थिव देह पंचमहाभूत में विलीन हो गया| गांधीनगर के मुक्तिधाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत पांचों बेटों सोमाभाई मोदी अमृतभाई मोदी प्रहलादभाई मोदी और पंकजभाई मोदी ने भारी मन से माता हीरा बा की चिता को मुखाग्नि दी| बता दें कि बुधवार को हीरा बा की तबियत बिगड़ने पर उन्हें अहमदाबाद के यूएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था| माता की नादुरुस्त तबियत की खबर मिलते ही पीएम मोदी उसी दिन अहमदाबाद आए थे और हीरा बा के हालचाल लेकर दिल्ली लौट गए थे| डॉक्टरों ने हीरा बा की तबियत में लगातार सुधार की जानकारी दी थी| गुरुवार को भी हीरा बा की तबियत में सुधार का अस्पताल ने बुलेटिन जारी किया था| लगातार तबियत में सुधार को देखते हुए परिवार ने शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज किए जाने की संभावना व्यक्त की थी| लेकिन शुक्रवार के तड़के करीब साढ़े तीन बजे हीरा बा ने अस्पताल में अंतिम सांस लीं| 18 जून 1923 को जन्मी हीरा बा का 100वां साल चल रहा था| हीरा बा के निधन के बारे में पीएम मोदी ने स्वयं ट्वीट कर जानकारी दी| पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है जिसमें एक तपस्वी की यात्रा निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।’ माता के निधन की खबर मिलते ही पीएम मोदी दिल्ली से तुरंत गांधीनगर पहुंच गए और अपने छोटे भाई पंकज मोदी के घर माता के अंतिम दर्शन के बाद गांधीनगर के मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया| माता हीरा बा के अंतिम संस्कार के बाद पीएम मोदी गांधीनगर के राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों वर्च्युअल शिरकत की| पीएम मोदी ने भाजपा के सभी मुख्यमंत्रियों कैबिनेटमंत्री और विपक्ष के नेताओं से कहा ‘दु:ख की इस घड़ी में आपने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं उसके लिए आभार| परंतु आप सभी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम जारी रखें|’