नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। संसद के मानसून सत्र के दौरान सरकार 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के लिए तैयार हो गई है। इस बीच, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के लिए लोकसभा और राज्यसभा में समय निर्धारित किया गया है, लेकिन विपक्ष चर्चा करना ही नहीं चाहता है।
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "कल जब विपक्ष लोकसभा में हंगामा कर रहा था, तो मैंने आसन से कहा था कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने और उन पर जवाब देने के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि आज अध्यक्ष के नेतृत्व में बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक है, और हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे और उसके अनुसार समय आवंटित करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में तय किया गया कि सरकार की तरफ से 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा होगी। लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस होगी। मैं पूछता हूं कि विपक्ष इस मुद्दे पर हंगामा क्यों कर रहा है? क्या हंगामा खड़ा करना ही उसका मकसद है? जब सरकार ये कह रही है कि हम हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार हैं और इसके बावजूद राहुल गांधी आरोप लगा रहे हैं कि उनको बोलने नहीं दिया जा रहा है। मैंने खुद आसन से कहा था कि उनको अपने सदस्यों से आग्रह करना चाहिए और सदन को सुचारू रूप से चलने देना चाहिए।"
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने बिहार में जारी एसआईआर के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जब सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है तो वे नोटिस दे सकते हैं। मैं बता देना चाहता हूं कि एक साथ सभी मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकती है। चाहे वह ऑपरेशन सिंदूर हो या एसआईआर हो या फिर अन्य कोई विषय हो, इस पर फैसला बिजनेस एडवाइजरी कमेटी लेती है और सरकार सभी पर चर्चा के लिए तैयार है।"
बता दें कि संसद के मानसून सत्र के पहले दिन बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक हुई थी, जिसमें संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में विभिन्न विधेयकों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए समय निर्धारित किया गया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी है। इसके अलावा, 'भारतीय डाक विधेयक' पर लोकसभा में 3 घंटे की चर्चा का समय तय किया गया है।
--आईएएनएस
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