भुवनेश्वर: ओडिशा पुलिस ने 18 से 22 अगस्त के बीच राज्यभर में चलाए गए विशेष अभियान 'ऑपरेशन अन्वेषण' के तहत कुल 2,417 लापता लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर ढूंढ निकाला।
यह अभियान राज्यभर में लापता बच्चों और महिलाओं को खोजने के उद्देश्य से चलाया गया था।
ओडिशा पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, अभियान के दौरान 358 लापता बच्चों को ढूंढा गया, जिनमें 325 लड़कियां और 33 लड़के शामिल हैं। वहीं, 2,059 लापता महिलाओं को भी तलाश कर सुरक्षित उनके परिवारों से मिलवाया गया।
इस विशेष अभियान में पुरी जिला पुलिस ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने 45 बच्चों और 504 महिलाओं को रेस्क्यू किया। इसके बाद भद्रक जिले ने 37 बच्चों और 318 महिलाओं को खोजा।
वहीं, कटक जिला पुलिस ने भी इस अभियान में अहम भूमिका निभाई, जहां से 21 बच्चे और 304 महिलाएं रेस्क्यू की गईं।
ओडिशा पुलिस ने बताया कि 2025 में 'ऑपरेशन अन्वेषण' के अलावा फरवरी, अप्रैल और मई में भी ऐसे विशेष अभियान चलाए गए थे। इन अभियानों में कुल 6,667 लापता महिलाओं और 1,209 बच्चों (1,078 लड़कियां और 131 लड़के) को खोज निकाला गया।
ओडिशा पुलिस ने कहा कि लापता व्यक्तियों की तलाश के लिए ऐसे विशेष अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे, ताकि हर पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और कोई भी महिला या बच्चा लापता होने के बाद अनदेखा न रह जाए।
हालांकि, इस बीच विपक्ष ने एक बार फिर राज्य सरकार को महिलाओं और लड़कियों की बढ़ती गुमशुदगी को लेकर घेरा है।
कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि 2000 से 2024 तक पिछली बीजेडी सरकार के कार्यकाल में 44,000 महिलाएं और लड़कियां लापता हुई थीं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के शुरुआती 8 महीनों में ही 20,000 महिलाएं अब तक नहीं मिल पाई हैं।