Noida Theft Gang Arrest : अंतरराज्यीय चोरी गैंग का पर्दाफाश, तीन बदमाश गिरफ्तार, लाखों की ज्वेलरी और नकदी बरामद

हाई-प्रोफाइल चोरी करने वाला गैंग नोएडा में गिरफ्तार, 100 से ज्यादा केस दर्ज
नोएडा : अंतरराज्यीय चोरी गैंग का पर्दाफाश, तीन बदमाश गिरफ्तार, लाखों की ज्वेलरी और नकदी बरामद

नोएडा:  नोएडा पुलिस ने गुरुवार-शुक्रवार की देर रात मुठभेड़ में एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है जिस पर दिल्ली-एनसीआर में 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इस गैंग ने अब तक 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया है। इसके सदस्य लग्जरी गाड़ी में सवार होकर हाई प्रोफाइल सोसायटियों और घरों की पहले रेकी करते थे और फिर लाखों-करोड़ों रुपए की चोरियां किया करते थे।

नोएडा के थाना सेक्टर-24 पुलिस ने मुठभेड़ के बाद इस गैंग के सरगना समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ के दौरान गैंग का सरगना संजीव कुमार यादव पुलिस की गोली से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, उसके दो अन्य साथियों को कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार बदमाशों ने हाल ही में नोएडा के सेक्टर-12 और 20 में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि जेल में मुलाकात के बाद तीनों बदमाशों ने एक गैंग बनाया और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हरियाणा और पंजाब में चोरी की दर्जनों घटनाओं को अंजाम दिया।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 10 जुलाई की रात थाना सेक्टर-24 पुलिस सेक्टर-35 की ओर जाने वाले मार्ग पर चेकिंग कर रही थी। तभी एक संदिग्ध होंडा सिटी कार को रुकने का इशारा किया गया। कार सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और कार को तेज गति से सेक्टर-33 की ओर दौड़ा दिया। पीछा करने पर कार डिसबैलेंस होकर नाले की दीवार से टकरा गई। घिरने पर बदमाशों ने फिर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में संजीव कुमार यादव (मूल निवासी मधुबनी, बिहार) को गोली लग गई।

बाद में कॉम्बिंग के दौरान अमन बग्गा (कपूरथला, पंजाब) और सर्वपाल (बहादुरगढ़, हरियाणा) को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बदमाशों के पास से एक होंडा सिटी कार, दो तमंचे, एक चाकू, 500 ग्राम सोने की ज्वेलरी, करीब दो लाख रुपए नकद, एक एप्पल घड़ी, एक चार्जर, लैपटॉप और चोरी में इस्तेमाल उपकरण बरामद किए है।

पूछताछ में सामने आया कि तीनों बदमाश - संजीव, अमन और सर्वपाल - अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं और दिल्ली की जेल में उनकी मुलाकात हुई थी। वहीं से उन्होंने मिलकर चोरी करने की योजना बनाई और गैंग बनाया। जेल से छूटने के बाद तीनों ने मिलकर दिल्ली-एनसीआर में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया। बदमाश सुनसान इलाकों और बंद पड़े मकानों की रैकी कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। ताले तोड़ने के बाद वे कीमती सामान और नकदी चुरा लेते थे और माल को सस्ते दामों में बेचकर अपनी मौज-मस्ती में खर्च कर देते थे। एडीसीपी नोएडा सुमित शुक्ला ने बताया कि तीनों बदमाशों के खिलाफ पहले से ही 100 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम को इस कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है।

 

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