नई दिल्ली: एनसीपी शरद पवार गुट की राष्ट्रीय प्रवक्ता सीमा मलिक ने 'जीएसटी बचत उत्सव' को लेकर केंद्र सरकार पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि क्या इससे पहले भाजपा महालूट उत्सव मना रही थी।
सीमा मलिक ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीएसटी रिफॉर्म के साथ बचत उत्सव शुरू होने के बयान की आलोचना की। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब तक भाजपा महालूट उत्सव मना रही थी। जब विपक्ष लगातार जीएसटी को कम करने की मांग कर रहा था, तब प्रधानमंत्री ने एक बार भी नहीं सुना।
उन्होंने कहा कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ ज्यादा लगा दिया है, तब इनको लगा कि जो उत्पाद देश में पड़ा है, वह खराब हो जाएगा। इसलिए जीएसटी की दरों में कटौती की गई। आज देश के हर व्यक्ति को यह चीजें समझ में आती हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो यही कहूंगी कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और शरद पवार जो बोलते हैं बाद में वही होता है। ऐसे में प्रधानमंत्री को राहुल गांधी को अपना एडवाइजर रखना चाहिए।
सीमा मलिक ने स्वदेशी अपनाने की अपील पर प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि एक ऐसा प्रधानमंत्री जिसकी पोशाक से लेकर खानपान तक स्वदेशी नहीं है, वह स्वदेशी अपनाने की बात कर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि स्वदेशी अपनाओ, लेकिन वह सबसे ज्यादा विदेशी चीजों का इस्तेमाल करते हैं। वह एक तरफ स्वदेशी की बात कर रहे हैं, दूसरी तरफ चीन से करोड़ों रुपए का एक्सपोर्ट करने की बात भी कर रहे हैं। स्वदेशी की बात तो हमारे बड़े लीडर लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी ने की थी। उनकी बातों को लोगों ने माना भी और स्वदेशी को अपनाया। सवाल इस बात का है कि जब एक छोटी-छोटी चीज विदेश से एक्सपोर्ट हो रही है तो स्वदेशी सामान को कैसे अपनाया जा सकता है।