मुंबई: महाराष्ट्र में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मुंबई, नालासोपारा और वसई-विरार में हालात बेहद खराब हैं। चौथे दिन लगातार हो रही बारिश के कारण इमारतों की सोसायटियों, दुकानों और घरों में पानी घुस गया है। नालासोपारा में कई फीट तक पानी भर गया है, जिससे नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रमुख सड़कों पर जलभराव से यातायात बाधित हुआ है और पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
मुंबई के अंधेरी पश्चिम में वीरा देसाई रोड पर सुबह जलभराव की तस्वीरें सामने आईं। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अनुसार, 18 अगस्त सुबह 8 बजे से 19 अगस्त सुबह 7 बजे तक मुंबई में औसतन 200 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। पश्चिमी उपनगर में सबसे अधिक 220.82 मिमी, पूर्वी उपनगर में 190.50 मिमी और शहर क्षेत्र में 178.56 मिमी बारिश दर्ज की गई।
निचले इलाकों में जल निकासी की खराब व्यवस्था के साथ भारी बारिश ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। जलभराव और बारिश के कारण जर्जर हो चुकी सड़कों पर वाहनों की आवाजाही धीमी नजर आई। सार्वजनिक परिवहन पर भी इसका असर पड़ा। हालांकि उपनगरीय रेल सेवाएं जारी रहीं, लेकिन संवेदनशील हिस्सों में पटरियों पर पानी जमा होने के कारण पश्चिमी और मध्य दोनों लाइनों पर लगभग 10 मिनट की देरी हुई। इसके कारण कार्यालय जाने वालों, छात्रों और व्यापारियों को असुविधा हुई, जो अपनी यात्रा के लिए इन सेवाओं पर निर्भर हैं।
नालासोपारा में कई आवासीय सोसायटियों के ग्राउंड फ्लोर पर कई फीट पानी जमा हो गया, जिससे निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वसई-विरार और नालासोपारा की सड़कों, दुकानों और घरों में पानी घुसने से यातायात और दैनिक जीवन ठप हो गया है। जलभराव के कारण पैदल यात्रियों और वाहन चालकों को गंभीर दिक्कतें हो रही हैं। प्रशासन से प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द राहत और बचाव कार्य शुरू करने की मांग की जा रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले चार दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताई है।