मुंबई: मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने आईपीएस अधिकारी रश्मि करंदीकर के पति पुरुषोत्तम चव्हाण के खिलाफ विस्तृत आरोपपत्र दाखिल किया है। यह मामला 24.78 करोड़ रुपए के जमीन घोटाले से जुड़ा है।
चव्हाण को इससे पहले मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) की संपत्ति पर रियायती दरों पर जमीन दिलाने का वादा कर लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अब वह एक और जमीन घोटाले के मामले का सामना कर रहे हैं।
इस ताजा मामले में ईओडब्ल्यू ने लगभग 5,500 पन्नों का आरोपपत्र तैयार किया है, जिसमें 40 गवाहों के बयान दर्ज और शामिल किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, चव्हाण ने अपने साथियों के साथ मिलकर गुजरात के कई व्यापारियों को भिवंडी, पुणे, पनवेल और शिवड़ी में बाजार मूल्य से कम कीमत पर सरकारी मकान और प्लॉट दिलाने का लालच दिया था। आरोप है कि चव्हाण और उनके सहयोगियों ने मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और अन्य सरकारी जमीनों से जुड़े फर्जी दस्तावेज और जाली समझौते तैयार कर पीड़ितों से करोड़ों रुपए वसूले।
यह घोटाला कथित तौर पर करीब एक दशक तक चला। पुलिस का कहना है कि चव्हाण ने पीड़ितों का भरोसा जीतने के लिए अपने राजनीतिक संपर्कों और प्रभाव का सहारा लिया और पैसा लेने के बाद अपना वादा पूरा नहीं किया।
यह घोटाला सरकारी कोटे के आवास से जुड़ा है, जिसकी कुल कीमत 24.78 करोड़ रुपए आंकी गई है। ईओडब्ल्यू का मानना है कि मामले में और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं और जांच आगे जारी है।
रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2025 में ईओडब्ल्यू ने करंदीकर के पति चव्हाण के खिलाफ मार्च 2015 और अप्रैल 2024 के बीच हुए कथित अपराधों के लिए दो मामले दर्ज किए थे।