Madhya Pradesh Investment: सूरत में ‘मध्य प्रदेश में निवेश के अवसर’ पर इंटरएक्टिव सेशन का आयोजन, प्रमुख व्यापारी हुए शामिल

MP सरकार ने सूरत में निवेश समिट कर उद्योगपतियों को व्यापार के अवसर बताए
सूरत में ‘मध्य प्रदेश में निवेश के अवसर’ पर इंटरएक्टिव सेशन का आयोजन, प्रमुख व्यापारी हुए शामिल

सूरत:  मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गुजरात के सूरत में 'मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर इंटरएक्टिव सेशन' का आयोजन किया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शहर के प्रमुख व्यापारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। बैठक का मुख्य उद्देश्य टेक्सटाइल्स, केमिकल और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में सूरत के कारोबारियों को निवेश के लिए आमंत्रित करना था।

एमएसएमई मध्य प्रदेश और मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीडीसी) के सहयोग से आयोजित इस समिट में मुख्यमंत्री ने सूरत के व्यापारियों को मध्य प्रदेश में उपलब्ध निवेश के अवसरों और सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार व्यापारियों को निवेश के लिए अनुकूल माहौल, सरल अनुमति प्रक्रिया और आधुनिक बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सूरत के व्यापारी समुदाय ने इस समिट को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। कई कारोबारियों ने मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर विचार करने की बात कही। उनका मानना है कि यदि मध्य प्रदेश सरकार व्यापार के लिए और अधिक सुविधाएं और अनुमति प्रक्रिया में सरलता प्रदान करती है, तो सूरत के कई बड़े उद्योगपति वहां निवेश के लिए तैयार होंगे।

शहर के प्रमुख व्यवसायी आशीष गुजराती ने कहा, "सूरत के कपड़ा उद्योग का देश में एक मजबूत इको सिस्टम है। देश का लगभग 65 प्रतिशत मानव निर्मित कपड़ा सूरत में ही उत्पादित होता है। सूरत के इस अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ उठाकर मध्य प्रदेश में एक मजबूत टेक्सटाइल उद्योग स्थापित किया जा सकता है। हम मध्य प्रदेश सरकार के इस प्रयास की सराहना करते है और उनके सकारात्मक पहल का स्वागत करते हैं।"

सूरत के लूम्स कारोबारी अशोक जीरावाला ने कहा, "गुजरात के लोग व्यापार के मामले में हमेशा से अग्रणी रहे हैं। आज गुजराती व्यापारी दुनिया भर में अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी व्यापार की अपार संभावनाएं हैं, और यदि सरकार सही दिशा में सहयोग करे, तो यहां निवेश निश्चित रूप से संभव है।"

साउथ गुजरात चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख निखिल मद्रासी ने समिट को उपयोगी बताते हुए कहा, "मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ हमारी चर्चा बहुत सार्थक रही। हमने उन्हें सूरत के व्यापक औद्योगिक नेटवर्क, यहां की पूंजी और उद्यमी भावना के बारे में बताया। यदि मध्य प्रदेश सरकार बेहतर बुनियादी ढांचा और सुविधाएं प्रदान करती है, तो सूरत के कई उद्योगपति वहां निवेश के लिए तैयार हैं।"

सूरत के फार्मा कारोबारी हेतुल मेहता ने कहा, "हमें लगता है कि मध्य प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। हमें राज्य में अपने कारोबार को विस्तार देना चाहिए जिससे लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और हम विकसित भारत के लक्ष्य के तरफ कदम बढ़ाएंगे।"

इस समिट ने मध्य प्रदेश और सूरत के बीच व्यापारिक सहयोग की नई संभावनाओं को रेखांकित किया। राज्य सरकार का यह प्रयास न केवल राज्य में निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि सूरत और मध्य प्रदेश के बीच आर्थिक संबंधों को भी मजबूत करेगा। व्यापारियों का मानना है कि मध्य प्रदेश में निवेश से दोनों राज्यों को पारस्परिक लाभ होगा और यह क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देगा।

 

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