मुंबई, 3 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक राम कदम ने महाराष्ट्र सरकार के मराठा आरक्षण के फैसले की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का यह निर्णय मराठा समुदाय के लिए ऐतिहासिक और गर्व का क्षण है।
राम कदम ने इस फैसले को मराठा समाज की 45 साल पुरानी मांग की जीत करार देते हुए कहा कि यह कदम हर मराठा परिवार के लिए दीपावली के समान है। राम कदम ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब देवेंद्र फडणवीस ने मराठा समाज के हित में काम किया है। वर्ष 2014 में भी उन्होंने मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान किया था। उनकी सरकार ने हमेशा इस समुदाय की मांगों को गंभीरता से लिया और उसे पूरा करने का प्रयास किया।”
उन्होंने दावा किया कि देवेंद्र फडणवीस का यह फैसला मराठा समाज के दिलों में हमेशा याद रहेगा।
राम कदम ने विपक्षी नेताओं शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इन नेताओं ने मराठा समाज की मांगों की अनदेखी की और उन्हें आरक्षण देने में कोई रुचि नहीं दिखाई।
उन्होंने कहा, “जब मराठा समाज आरक्षण के लिए सड़कों पर था, तब ये नेता चुप थे। लेकिन फडणवीस ने इस समुदाय के लिए ठोस कदम उठाए।”
मराठा आरक्षण के फैसले पर ओबीसी नेता और कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल की नाराजगी के सवाल पर कदम ने कहा कि भुजबल भी इस फैसले को स्वीकार करेंगे। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी समुदाय के आरक्षण को नुकसान न पहुंचे। हम सभी समुदायों के हितों का सम्मान करते हैं और यह फैसला संतुलित तरीके से लागू किया जाएगा।
इसके अलावा, राम कदम ने विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि विपक्ष की भाषा और बयानबाजी का स्तर लगातार गिर रहा है, जो देश के लिए शर्मनाक है। प्रधानमंत्री मोदी का बयान बिल्कुल सही है। विपक्ष को अपनी भाषा में सुधार करना चाहिए और देशहित में सकारात्मक योगदान देना चाहिए।
अवैध घुसपैठ के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन का समर्थन करते हुए राम कदम ने कहा कि अवैध रूप से रह रहे लोगों को कानून के तहत देश से बाहर किया जाएगा। महाराष्ट्र में घुसपैठियों का स्वागत नहीं है। क्या हमें उनकी आरती उतारनी चाहिए या तिलक लगाकर उनका स्वागत करना चाहिए? कानून अपना काम करेगा।”
राम कदम ने भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था और बढ़ते वैश्विक सम्मान की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “भारत अब न तो झुकने वाला देश है और न ही कमजोर। हम सामने वाले का सम्मान करते हैं, लेकिन अगर कोई हमारी बात नहीं मानता, तो उसे झुकाने की ताकत भी हमारे पास है।”
--आईएएनएस
एकेएस/जीकेटी