लोगों में भ्रम पैदा कर रहे प्रियांक खड़गे और सिद्धारमैया: जगदीश शेट्टार

लोगों में भ्रम पैदा कर रहे प्रियांक खड़गे और सिद्धारमैया: जगदीश शेट्टार

धारवाड़, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। भाजपा सांसद जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे पर निशाना साधा है। सांसद ने कहा कि प्रियांक खड़गे और सिद्धारमैया बेवजह लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं।

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रियांक खड़गे ने दो पत्र लिखे थे, लेकिन उन पर अमल नहीं किया गया, क्योंकि वे पत्र संविधान के विरुद्ध थे। सिद्धारमैया ने भी कोई फैसला नहीं लिया है। आरएसएस पर प्रतिबंध लगाना असंवैधानिक है।

उन्होंने कहा कि चित्तपुर में आरएसएस के जुलूस को रोकने की राज्य सरकार की कोशिश नाकाम रही, क्योंकि उच्च न्यायालय ने जुलूस की अनुमति दे दी और जिला प्रशासन को सहयोग करने का निर्देश भी दिया।

शेट्टार ने आगे कहा कि आरएसएस दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। कांग्रेस नेता इसकी लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और इसे प्रतिबंधित करने का सपना देख रहे हैं। राज्य भर में विजयादशमी के जुलूसों में हजारों लोगों ने भाग लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता केवल अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं।

दरअसल, कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को पत्र लिखकर राज्य के सरकारी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह पत्र 4 अक्टूबर को लिखा गया था, जिसे अब सीएम मीडिया टीम ने सार्वजनिक किया है।

प्रियांक खड़गे ने पत्र में लिखा, "जब समाज में नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी ताकतें सिर उठाती हैं तो हमारे संविधान के मूल सिद्धांत (एकता, समानता और अखंडता) हमें उन्हें रोकने का अधिकार देते हैं।"

उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस की शाखाएं सरकारी और अर्ध-सरकारी स्कूलों, सार्वजनिक मैदानों, मंदिरों, पार्कों और पुरातत्व विभाग के स्थलों में चल रही हैं। यहां बिना पुलिस अनुमति के आक्रामक प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जिससे बच्चों और युवाओं के मन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

उन्होंने आगे लिखा, "देश के बच्चों, युवाओं और समाज के मानसिक स्वास्थ्य और विकास के हित में आरएसएस की सभी गतिविधियों को सरकारी परिसरों में प्रतिबंधित किया जाए।"

--आईएएनएस

एमएस/डीकेपी

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