Kulgam Encounter : पंचतत्व में विलीन कैथल के वीर, नम आंखों से लांस नायक नरेंद्र को अंतिम विदाई

कैथल में शहीद लांस नायक नरेंद्र सिंधु को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई।
पंचतत्व में विलीन कैथल के वीर, नम आंखों से लांस नायक नरेंद्र को अंतिम विदाई

कैथल: जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के लाल लांस नायक नरेंद्र सिंधु का बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जवान की अंतिम विदाई में पूरा गांव उमड़ पड़ा और उन्होंने लांस नायक नरेंद्र सिंधु अमर रहे के नारे लगाए।

दरअसल, 28 वर्षीय नरेंद्र 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और 9 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। सोमवार को गुडर जंगल क्षेत्र में संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जब जवान करीब आए, तो आमने-सामने की गोलीबारी में नरेंद्र को सीने में गोली लगी। वे अपने कमांडिंग ऑफिसर के साथ थे। अस्पताल पहुंचाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

उनकी शहादत की खबर मिलते ही पैतृक गांव रोहेड़ा में सन्नाटा छा गया। हर आंख नम है और शोक है। शहीद की मां सदमे में हैं। मां उम्मीद कर रही थीं कि उनका बेटा अगले महीने छुट्टी पर घर आएगा।

लांस नायक नरेंद्र सिंधु का पार्थिव शरीर हरियाणा के कैथल जिले के रोहड़ा गांव लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। नरेंद्र सिंधु का एक भाई अमेरिका में है, जिस कारण चचेरे भाई ने शहीद को मुखाग्नि दी।

शहीद की मां रोशनी देवी ने कहा कि मेरे बेटा देश के लिए पैदा हुआ था और उसी के लिए कुर्बान हो गया। मेरा बेटा बचपन से ही फौज में जाना चाहता था और मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है।

शहीद की बहन पूनम ने कहा, "मेरे भाई ने दीपावली पर आने का वादा किया था और उसने अगले रक्षाबंधन पर सोने की चैन गिफ्ट करने का वादा किया था, जो अधूरा रह गया। लेकिन, मुझे अपने भाई की शहादत पर गर्व है।"

नरेंद्र की मौसी ने बताया कि एक दिन पहले वीडियो कॉल पर उनसे बात हुई थी और वह सबका प्रिय था। आज वह देश के खातिर शहीद हो गया और हमें उस पर गर्व है।

बता दें कि शहीद के परिवार में एक छोटा भाई और दो बहनें हैं। छोटा भाई अमेरिका में नौकरी करता है।

 

 

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