Kiren Rijiju On Economy: राहुल गांधी के बयान पर बोले किरेन रिजिजू, भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक मंच पर एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति

रिजिजू बोले- भारत उभरती महाशक्ति, राहुल का बयान राष्ट्र-विरोधी
राहुल गांधी के बयान पर बोले किरेन रिजिजू, भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक मंच पर एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को 'डेड इकोनॉमी' करार दिया था।

किरेन रिजिजू ने इसे 'राष्ट्र-विरोधी' रवैया बताते हुए कहा कि यह बयान देश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था न केवल मजबूत है, बल्कि वैश्विक मंच पर एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित हो रही है।

उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कोई बच्चे नहीं हैं और उन्हें देश की गरिमा बनाए रखने की जिम्मेदारी समझनी चाहिए। कुछ यूट्यूब चैनलों और सोशल मीडिया पर भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर दिखाने की कोशिश की जा रही है, जो सच्चाई से कोसों दूर है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत ने अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। विपक्ष के नकारात्मक प्रचार से देश का विकास प्रभावित नहीं होगा।

संसद में चल रहे हंगामे और गतिरोध पर किरेन रिजिजू ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल संसद की कार्यक्षमता को समझने में नाकाम रहे हैं और हंगामा करके केवल सुर्खियां बटोरने का प्रयास करते हैं। कई विपक्षी सांसद अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को उठाना चाहते हैं, लेकिन नेतृत्व उन्हें ऐसा करने से रोक रहा है।

किरेन रिजिजू ने संसदीय इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली जैसे नेताओं ने विपक्ष की भूमिका को गरिमापूर्ण तरीके से निभाया। इसके विपरीत, राहुल गांधी और उनके सहयोगी संसद की गरिमा को कम करने में लगे हैं। संसद लोकतंत्र का केंद्र है और सभी सांसदों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।

केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए किरेन रिजिजू ने बताया कि हाल के मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए, जो देश के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। इनमें भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून शामिल हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री हो, भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाने पर पद छोड़ना होगा। इसके अलावा, ऑनलाइन गेमिंग, खेल सुधार, खनन, शिपिंग और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) की स्थापना जैसे विधेयकों को सरकार ने पेश किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार मजबूती से काम कर रही है और विपक्ष के हंगामे के बावजूद संसद अपना काम कर रही है।

 

 

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