तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को ईरान में इजरायल के हवाई हमलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है।
सीएम विजयन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "इजरायल को लंबे समय से एक उपद्रवी देश के रूप में जाना जाता है। यह सच है और सभी को पता है। उन्हें लगता है कि अमेरिका के समर्थन से वे कुछ भी कर सकते हैं।"
सीएम ने कहा, "हमने जो सुना है, वह वाकई घिनौना है। ईरान पर हमला स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह विश्व शांति के लिए खतरा है और सभी को इस मनमानी कार्रवाई का विरोध करना चाहिए।"
सीएम विजयन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार चल रहा है, जहां 19 जून को मतदान होना है। नीलांबुर में लगभग 43 प्रतिशत मुस्लिम रहते हैं और यह बहुसंख्यक हिंदू आबादी के बहुत करीब है। इजरायल विरोधी बयान से निश्चित रूप से उन लोगों पर असर पड़ेगा, जो इजरायल का विरोध करते हैं।
2024 लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान विजयन के नेतृत्व वाले वामपंथी नेतृत्व ने हमास पर हमले को लेकर इजरायल के खिलाफ जमकर निशाना साधा था।
मुख्यमंत्री विजयन का शुक्रवार का बयान केरल की हजारों नर्सों के इजरायल में काम करने से जोड़ा जा रहा है। सीएम विजयन का दावा है कि इजरायल यह सब इसलिए कर रहा है क्योंकि उसे अमेरिका का समर्थन प्राप्त है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने ईरान पर इजरायल के हमले से खुद को दूर रखने की कोशिश की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मार्को रुबियो ने कहा कि वाशिंगटन इसमें शामिल नहीं है। रुबियो ने कहा, "हम ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी सेना की रक्षा करना है। इजरायल ने हमें सलाह दी है कि उनका मानना है कि यह कार्रवाई उनकी आत्मरक्षा के लिए जरूरी थी।"
इजरायल ने शुक्रवार तड़के ईरान के खिलाफ बड़े हवाई हमले किए, जिससे क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया और लंबे समय से चले आ रहे दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ गई।
हमले तेहरान के परमाणु कार्यक्रम और इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा के कथित खतरे को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच हुए हैं।