नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के 'वोट चोरी' वाले बयान पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को संवैधानिक संस्था को बार-बार वोट चोरी का आरोप लगाना ठीक नहीं है।
जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने राहुल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मैं वोट चोरी शब्द का पक्षधर नहीं हूं। यदि वोट चोरी ही चुनावी जीत का आधार होती तो विपक्षी दलों की कई सरकारें कैसे बनीं।
त्यागी ने चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों पर बिना सबूत के आरोप लगाने की आलोचना की। जदयू नेता ने कहा कि पारदर्शिता के साथ जवाब देना चाहिए, लेकिन ऐसी भाषा का इस्तेमाल अनुचित है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार है और हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है, तो क्या वे भी वोट चोरी से बनी हैं?
जदयू नेता ने पूछा कि राहुल गांधी बताएं कि लोकसभा में जो उनके करीब 100 सांसद जीतकर आए, क्या वे भी वोट चोरी से आए हैं। संवैधानिक संस्थानों पर 'चोरी' जैसे गंभीर आरोप लगाना उचित नहीं है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए हानिकारक बताया।
'बिहार अधिकार यात्रा' पर जदयू नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव पहले राजद और कांग्रेस के बीच मुख्यमंत्री फेस को लेकर चल रहे विवाद को सुलझा लें। दोनों तरफ से कई सवाल उठ रहे हैं, जब इन सवालों के जवाब मिल जाएं तब अधिकार यात्रा निकालने की बात करें तो बेहतर होगा।
सीट शेयरिंग को लेकर जदयू नेता ने कहा कि भाजपा और जदयू में सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और जॉर्ज फर्नांडिस के समय से मजबूती से काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जदयू के प्रति भाजपा का रवैया हमेशा उदार रहा है और कई बार संख्या कम होने के बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद सौंपा गया है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में भी किसी तरह से कोई मतभेद नहीं है।