वाराणसी, 7 नवंबर (आईएएनएस)। चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने से एक दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे। वहां लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। सोशल पीएम मोदी ने लोगों के इस प्यार के लिए शुक्रिया अदा किया।
पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा, "आज बिहार के कार्यक्रमों के बाद काशी आना हुआ, जहां मेरे परिवारजनों के भव्य स्वागत ने अभिभूत कर दिया।"
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, "बाबा विश्वनाथ की नगरी से कल 8 नवंबर को सुबह करीब 8:15 बजे बनारस-खजुराहो रूट के साथ ही चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का सौभाग्य मिलेगा। इनसे देश के कई हिस्सों में लोगों का सफर ज्यादा सुगम और सुरक्षित होगा, वहीं पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।"
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाना देश के मॉडर्न रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इससे वाराणसी को भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। बनारस-खजुराहो वंदे भारत ट्रेन इस रूट पर डायरेक्ट कनेक्टिविटी देगी और मौजूदा स्पेशल ट्रेनों की तुलना में करीब 2 घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी।
यह ट्रेन भारत के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों जैसे वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ेगी। इससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और तीर्थयात्रियों व यात्रियों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक तेज, आधुनिक और आरामदायक सफर मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की सोच को पूरा करते हुए यह ट्रेन लोगों को बेहतर, तेज और आरामदायक रेल सेवा देगी। अन्य नई वंदे भारत ट्रेनें लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर चलेंगी। ये ट्रेनें यात्रा का समय कम करके क्षेत्रीय आवागमन, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी।
लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत करीब 7 घंटे 45 मिनट में यात्रा पूरी करेगी और 1 घंटे का समय बचाएगी। इससे लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को फायदा होगा। रुड़की के रास्ते हरिद्वार जाना भी आसान हो जाएगा। यह ट्रेन मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज और सुगम यात्रा सुनिश्चित करके क्षेत्रीय विकास में मदद करेगी।
फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत इस रूट की सबसे तेज ट्रेन होगी और सिर्फ 6 घंटे 40 मिनट में यात्रा पूरी करेगी। यह दिल्ली को पंजाब के प्रमुख शहरों फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला से बेहतर जोड़ेगी।
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