बेंगलुरु: कर्नाटक धर्मस्थल विवाद मामले में गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने विधानसभा में जवाब दिया। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसी सी.टी. रवि ने मंगलवार को पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री ने जवाब दिया, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने धर्मस्थल के बारे में नफरत फैलाने का आरोप दोहराया।
धर्मस्थल विवाद मामले पर भाजपा एमएलसी सी.टी. रवि ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, "गृहमंत्री ने विधानसभा में बयान दिया है, लेकिन एक्शन किया है क्या? सरकार ने कोई कार्रवाई की है क्या? यूट्यूब में नफरत फैलाई गई है, तो उसके खिलाफ एक्शन हुआ है क्या? अगर एक्शन नहीं किया है, तो इसके पीछे क्या कारण हैं? सरकार बताए कि किसकी वजह से वो एक्शन नहीं कर रहे हैं। अगर किसी का दबाव है, तो उसके बारे में बताए।"
उन्होंने कहा, "एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच की शुरुआत की। 17 जगहों पर खुदाई की, उस दौरान क्या मिला? रिपोर्ट आने से पहले कुछ यूट्यूबर्स ने धर्मस्थल के बारे में नफरत फैलाने का काम किया। धर्माधिकारी के परिवार के बारे में नफरत फैलाई और झूठा आरोप लगाया, उसके ऊपर क्या कार्रवाई हुई, सरकार इसे स्पष्ट करे।"
बिहार में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मतदाता अधिकार यात्रा पर उन्होंने कहा, "राहुल गांधी की आदत हिट एंड रन करने की है; वही वो कर रहे हैं। अगर उनके पास सबूत और संविधान के ऊपर भरोसा होता तो अभी तक शिकायत कर दिया होता, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसका मतलब राहुल गांधी के पास सबूत नहीं है; वो सिर्फ झूठा आरोप लगाकर नैरेटिव फैलाने का काम कर रहे हैं। इसी नैरेटिव को फैलाने के लिए वो बिहार गए हैं।"
सी.टी. रवि ने कहा, "अगर वे चुनाव हारेंगे तो ईवीएम और चुनाव आयोग पर आरोप लगाएंगे। यह उनका पुराना इतिहास है। उनके पास रेडीमेड आरोप रहता है। बिहार में भी वे अपना रेडीमेड आरोप तैयार कर रहे हैं।"