रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमए) नेता मनोज पांडे ने शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन को झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के बाद एक और सदमा लगा है। यह बहुत दुखद है।
आईएएनएस से बातचीत में मनोज पांडे ने कहा कि रामदास सोरेन एक जुझारू और क्रांतिकारी नेता, हमारे बीच से चले गए। यह झारखंड वासियों के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई असंभव है। वे संघर्षशील, मिलनसार और शिक्षा विभाग में बड़े बदलाव की सोच रखने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने प्रार्थना की कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षति की भरपाई पार्टी के लिए बहुत मुश्किल होगी।
कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने रामदास सोरेन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। वे शिक्षकों और छात्रों के लिए समर्पित रूप से काम कर रहे थे, शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुधार लाने का प्रयास कर रहे थे। ठाकुर ने उन्हें सीधा, सरल, शालीन और ईमानदार व्यक्ति बताया, जो शिक्षा के क्षेत्र में ईमानदारी से योगदान दे रहे थे। उनके निधन को उन्होंने पूरे राज्य के लिए दुखद खबर करार दिया।
झारखंड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, "राज्य के लिए यह अत्यंत दुखद समाचार है और शिक्षा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन बड़े ही व्यवहारिक, कोल्हान के सबसे बड़े और आदिवासी समाज के प्रख्यात नेता थे। उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा। मैं लगातार उनकी स्थिति पर नजर रख रहा था, डॉक्टरों से संपर्क में था, परंतु अंततः हम यह संघर्ष हार गए।"
उन्होंने आगे कहा कि मेरे साथी मंत्री एवं झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके साथ बिताए गए हर पल सदा स्मरणीय रहेंगे। मैं उनके परिवार के सदस्य जैसा हूं और लगातार परिवार के संपर्क में हूं। वे सरल स्वभाव के, कर्मठ एवं जनसेवा के प्रति पूर्णतः समर्पित नेता थे। इस दुःख की घड़ी में मैं उनके परिवार के साथ खड़ा हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक-संतप्त परिवार को संबल दें।