Jharkhand BJP Allegations : 'झारखंड में 50 करोड़ के टेंडर घोटाले की तैयारी', भाजपा ने हेमंत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

स्वास्थ्य विभाग में 50 करोड़ टेंडर घोटाले का भाजपा का आरोप
'झारखंड में 50 करोड़ के टेंडर घोटाले की तैयारी', भाजपा ने हेमंत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

रांची: झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बुधवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोरेन सरकार पर स्वास्थ्य विभाग में 50 करोड़ रुपए के टेंडर घोटाले का गंभीर आरोप लगाया।

प्रतुल शाहदेव ने दावा किया कि सरकार बिहार की एक ब्लैकलिस्टेड और डीबार कंपनी को टेंडर दिलाने की साजिश रच रही है, जिसमें सभी नियम-कानूनों को ताक पर रखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस घोटाले की तैयारी से साफ जाहिर होता है कि झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है।

शाहदेव ने कहा, "स्वास्थ्य विभाग में लगभग 50 करोड़ रुपए का टेंडर घोटाला हो रहा है। इसके लिए बिहार की एक ब्लैकलिस्टेड कंपनी को टेंडर देने की पूरी साजिश रची जा रही है। सारे नियम-कानूनों को धता बताकर यह काम किया जा रहा है, ताकि वह कंपनी टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने वाली एकमात्र कंपनी बने।"

उन्होंने इस मुद्दे को लेकर हेमंत सोरेन सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए और कहा कि यह न केवल राज्य के संसाधनों का दुरुपयोग है, बल्कि स्थानीय युवाओं के हितों के भी खिलाफ है।

भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक पुराने वादे का जिक्र करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री ने स्थानीय युवाओं को टेंडर प्रक्रिया में 75 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा किया था। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि झारखंड में निकलने वाले किसी भी टेंडर में 75 प्रतिशत भागीदारी झारखंडी लोगों को मिलेगी। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के इस टेंडर के लिए ऐसी शर्तें तय की जा रही हैं कि बिहार की ब्लैकलिस्टेड कंपनी को ही फायदा पहुंचे।"

उन्होंने आगे खुलासा किया कि निविदा की राशि को 500 गुना तक बढ़ा दिया गया है, जिससे कोई भी झारखंडी कंपनी अहर्ता पूरी करने में सक्षम न रह सके। यह साफ साजिश है कि स्थानीय उद्योगपतियों और युवाओं को बाहर रखा जाए ताकि बाहरी ब्लैकमनी वाली कंपनी को फायदा हो। पिछले कुछ वर्षों में राज्य में कोयला, खनन, भूमि और अब स्वास्थ्य जैसे विभागों में लगातार घोटाले उजागर हो रहे हैं।

उन्होंने सीएजी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में पहले ही अनियमितताओं के मामले सामने आ चुके हैं, जहां फंड रिलीज और उपयोग प्रमाण-पत्रों में गड़बड़ी पाई गई। उन्होंने मांग की कि इस टेंडर प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

उन्होंने कहा, "झारखंडी जनता अब जाग चुकी है। जनता ऐसे घोटालों के खिलाफ भाजपा के साथ खड़ी होगी।"

 

 

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