झारखंड के स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने दी शुभकामनाएं

नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। झारखंड राज्य की स्थापना को 25 साल पूरे हो गए हैं। इस 'रजत जयंती' के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने मंगलकामना की कि झारखंड प्रगति-पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे और राज्य के सभी निवासियों का भविष्य उज्ज्वल हो।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "सभी को झारखंड राज्य की स्थापना की रजत जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान बिरसा मुंडा की इस धरती के प्रतिभाशाली और कर्मठ लोगों ने राज्य का और पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध यह राज्य देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है।"

उन्होंने आगे लिखा, "यहां के जनजातीय समुदाय की समृद्ध लोक-कलाओं की देश-विदेश में प्रतिष्ठा है। यहां के शूरवीरों ने भारत माता की सेवा के अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। मेरी मंगलकामना है कि झारखंड प्रगति-पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे और राज्य के सभी निवासियों का भविष्य उज्ज्वल हो।"

इस मौके पर उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "झारखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। वीरता, आत्मसम्मान और समृद्ध जनजातीय संस्कृति से ओतप्रोत भगवान बिरसा मुंडा की यह धरती अपने गौरवशाली इतिहास के लिए जानी जाती है। अपने कर्मठ जनों के योगदान से समृद्ध यह राज्य देश के विकास में अमूल्य भूमिका निभा रहा है। मेरी यही कामना है कि झारखंड निरंतर प्रगति के नए शिखर छूता रहे और यहाँ की धरती सदा समृद्धि व सुख-शांति से परिपूर्ण रहे।"

जनजातीय संस्कृति से समृद्ध गौरवशाली प्रदेश झारखंड के सभी निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भगवान बिरसा मुंडा जी की इस धरती का इतिहास साहस, संघर्ष और स्वाभिमान की गाथाओं से भरा हुआ है। आज इस विशेष अवसर पर मैं राज्य के अपने सभी परिवारजनों के साथ ही यहां की प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।"

उन्होंने देश के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा जी को उनकी 150वीं जयंती पर शत-शत नमन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "जनजातीय गौरव दिवस के इस पावन अवसर पर पूरा देश मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए उनके अतुलनीय योगदान को श्रद्धापूर्वक स्मरण कर रहा है। विदेशी हुकूमत के अन्याय के खिलाफ उनका संघर्ष और बलिदान हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।"

--आईएएनएस

डीसीएच/

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