पटना: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रवक्ता राजीव रंजन ने एनसीईआरटी के उस निर्णय की सराहना की है, जिसमें कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के पाठ्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर के इतिहास को शामिल किया गया है। उन्होंने इसे एक सराहनीय और प्रेरणादायक कदम बताया है।
रविवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान जदयू प्रवक्ता ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों के साहस, रणनीति और तकनीकी समन्वय को दर्शाता है। यह अभियान, जिसने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर करारा जवाब दिया, राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।
राजीव रंजन ने इस पहल को स्कूलों में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने वाला बताया, जो भावी पीढ़ियों को भारत के गौरवमयी इतिहास से जोड़ेगा।
वहीं, बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन की घोषणा को भी जदयू प्रवक्ता ने एक महत्वपूर्ण और प्रगतिशील कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस आयोग में एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष और पांच सदस्य होंगे, जिनमें एक महिला या ट्रांसजेंडर को शामिल किया जाएगा, जो लैंगिक समानता को बढ़ावा देने वाला एक क्रांतिकारी कदम है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय को शामिल करने को समानता से प्रेरित कदम के रूप में सराहा है। यह आयोग सफाई कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा, उनकी शिकायतों का समाधान, सामाजिक-आर्थिक उत्थान और कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में जोड़ने और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।
बता दें, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग में एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष एवं पांच सदस्य होंगे, जिनमें एक महिला और एक ट्रांसजेंडर होंगे। यह आयोग राज्य में सफाई कार्यों से जुड़े समाज के वंचित वर्ग के लोगों को मुख्य धारा में जोड़ने तथा उनके सामाजिक एवं आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।