जम्मू: जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में लगातार बारिश को लेकर सरकार सतर्क है। जम्मू म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के कमिश्नर दिव्यांश यादव ने कई जगह पर क्लाउड बर्स्ट होने और कुछ देर में ही 200 मिलीमीटर बारिश पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।
जम्मू म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के कमिश्नर दिव्यांश यादव ने आईएएनएस को बताया, "बहुत कम समय में करीब 200 मिलीमीटर की बारिश हुई है, जो चिंता का विषय है। कई इलाकों से बादल फटने की खबर मिली है, जिससे ज्यादा नुकसान हुआ है। हमने जनता के बीच हेल्पलाइन नंबर को जारी कर दिया है। जहां-जहां से भी पानी की निकासी करनी है, लोग हमारी टीम से संपर्क कर सकते हैं। पूरी जीएमसी (गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) की टीम, प्रशासन और एसडीआरएफ के साथ मिलकर लोगों को मदद पहुंचा रही है।"
उन्होंने बताया, "अगले 72 घंटों के लिए असामान्य मौसम गतिविधि की आशंका जताई गई थी। नालों में पहाड़ों के पत्थर बहकर आए हैं। टीमें सतर्क थीं, लेकिन अचानक ही पानी इतना ज्यादा रहा कि नालों में ओवरफ्लो देखा गया। पहाड़ के नीचे वाले इलाकों को ज्यादा नुकसान हुआ है।"
जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। संभावित भूस्खलन, सड़क अवरोधन और बाढ़ जैसी स्थितियों से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं और नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। साथ ही, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया, "मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है, क्योंकि भारी बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर के कई रिहायशी इलाकों में जलभराव जैसी स्थिति है और नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नियंत्रण कक्ष सक्रिय हैं और मुख्यमंत्री कार्यालय सभी विभागों के संपर्क में है। प्रभावित इलाकों में जल निकासी और पानी व बिजली जैसी जरूरी सेवाओं की बहाली को प्राथमिकता दी जा रही है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।"