नई दिल्ली: दुबई एयरशो 2025 के पहले दिन रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भव्य भारत पैवेलियन का उद्घाटन किया।
इस मौके पर संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत डॉ. दीपक मित्तल, रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (रक्षा उत्पादन) अमित सतीजा, वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी, नौसेना के पश्चिमी कमान प्रमुख वाइस एडमिरल समीर सक्सेना और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
भारत पैवेलियन इस बार “आत्मनिर्भर भारत” के थीम पर सजा है। यहां एक तरफ तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमान की तकनीक और मॉडल दिखाए जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ अगली पीढ़ी के रक्षा स्टार्टअप्स अपने नए-नए ड्रोन, मिसाइल गाइडेंस सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित हथियार दिखा रहे हैं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत डायनामिक्स लिमिटेड, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड के साथ-साथ कई निजी कंपनियों और स्टार्टअप्स ने अपने नवीनतम उत्पाद पेश किए हैं।
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के मुताबिक, “आज भारत सिर्फ हथियार खरीदने वाला देश नहीं रहा, बल्कि दुनिया के बड़े रक्षा निर्यातकों में शामिल हो रहा है। दुबई एयरशो जैसे मंच पर हम अपनी स्वदेशी तकनीक का लोहा मनवा रहे हैं। आने वाले सालों में भारत रक्षा निर्यात में टॉप-5 देशों में शामिल होगा।”
भारत पैवेलियन में सबसे ज्यादा ध्यान खींच रहा है तेजस मार्क-1ए का मॉडल, ब्रह्मोस मिसाइल का नया वर्जन और स्वदेशी ड्रोन सिस्टम। कई विदेशी प्रतिनिधिमंडल भारतीय स्टॉल पर रुचि दिखा रहे हैं और सौदों की बात कर रहे हैं।
पिछले कुछ सालों में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस विमान, अर्जुन टैंक और पिनाका रॉकेट सिस्टम जैसे उत्पाद कई देशों को बेचे हैं। इस बार का लक्ष्य 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का रक्षा निर्यात करना है।
दुबई एयरशो में भारत का यह सबसे बड़ा पैवेलियन है, जिसमें 25 से ज्यादा भारतीय कंपनियां और स्टार्टअप्स हिस्सा ले रहे हैं।
--आईएएनएस
