नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने लोकसभा में सोमवार को हुई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा को लेकर कहा कि एक तरह हमारी बहनों का सुहाग उजड़ा दूसरी तरफ हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेल रहे हैं।
एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच का आयोजन होना है। इस पर लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों ने सरकार से पूछा कि जब दोनों देशों के बीच व्यापार बंद है तो मैच आयोजित करने के लिए कैसे अनुमति दी जा सकती है?
मंगलवार को आईएएनएस के साथ बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद ने भी इस विषय पर सवाल उठाए। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्य और परिणामों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि अगर पीओके लेने का इरादा नहीं था, तो सेना को वहां क्यों भेजा गया? क्या हम वहां पर टहलने के लिए गए थे? मसूद ने सैनिकों की जान को खतरे में डालने का आरोप लगाया और सरकार की रणनीति को तमाशा करार दिया।
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के दावे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां से आदेश आया है। भारतीय सैनिकों को वापस बुला लिया गया। सरकार डिप्लोमेसी खेल रही है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें कहा गया था कि ऑपरेशन का मकसद जमीन लेना नहीं था।
मसूद ने तंज कसते हुए पूछा कि अगर जमीन लेने नहीं गए, तो सैनिकों को मौत के मुंह में क्यों झोंका गया? उन्होंने सरकार के दावों का हवाला देते हुए कहा कि अगर हमले दूर से किए गए, जैसा कि सरकारी रिपोर्ट्स में कहा गया, तो ऑपरेशन की वास्तविक उपलब्धि क्या थी। मसूद ने कहा कि विपक्ष केवल वही सवाल उठा रहा है, जो सरकार के बयानों पर खड़े होते हैं।
बता दें सोमवार को लोकसभा में हुई चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बताया। दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार से कई सवाल पूछे। विपक्ष ने आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार मध्यस्थता की बात कर रहे हैं, उसकी सच्चाई क्या है। भारत-पाकिस्तान के बीच एशिया कप में क्रिकेट मैच कैसे हो रहा है। राज्यसभा में भी मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी है।