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नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। ईरान सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय नागरिकों के लिए अपनी वीजा-मुक्त प्रवेश सुविधा निलंबित कर दी है। ईरान की तरफ से यह कदम उस मामले की प्रतिक्रिया के रूप में उठाया गया, जिसमें भारतीयों को नौकरी का लालच देकर ईरान में तस्करी करके लाया गया और बाद में फिरौती के लिए उनका अपहरण कर लिया गया।
ईरान सरकार द्वारा निलंबित किया गया वीजा-मुक्त प्रवेश 22 नवंबर 2025 से प्रभावी होगा। सामान्य पासपोर्ट रखने वाले सभी भारतीय नागरिक इससे प्रभावित होंगे। इस फैसले के प्रभावित होते ही यात्रियों को ईरान में प्रवेश और पारगमन दोनों के लिए वीजा प्राप्त करना आवश्यक होगा। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस निर्णय का उद्देश्य संगठित आपराधिक नेटवर्क द्वारा वीजा छूट के दुरुपयोग को रोकना है जो नौकरी चाहने वालों का शोषण करते हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा एडवाइजरी में बताया गया कि भारतीय नागरिकों को ईरान में मोटा वेतन वाली नौकरी का लालच, खाड़ी या यूरोपीय देशों में आसान आवागमन, और वीजा-मुक्त रोजगार के अवसरों का झांसा देकर धोखा देने की जानकारी मिली है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसे कई भारतीय नागरिकों का ईरान पहुंचने पर अपहरण कर लिया गया। ऐसे मामलों में अपराधियों ने उनके परिवार वालों से फिरौती की मांग की।
एडवाइजरी में कहा गया कि सरकार का ध्यान भारतीय नागरिकों को रोज़गार के झूठे वादों या तीसरे देशों में आगे की यात्रा का आश्वासन देकर ईरान ले जाने की कई घटनाओं की ओर आकर्षित किया गया है। इन व्यक्तियों को सामान्य भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए उपलब्ध वीजा छूट सुविधा का लाभ उठाकर ईरान की यात्रा के लिए बहकाया गया था। ईरान पहुंचने पर, उनमें से कई का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया।
इस क्रम में इस्लामी गणराज्य ईरान की सरकार ने 22 नवंबर 2025 से ईरान जाने वाले सामान्य भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए उपलब्ध वीजा छूट सुविधा को निलंबित कर दिया है। इस उपाय का उद्देश्य आपराधिक तत्वों द्वारा इस सुविधा के आगे दुरुपयोग को रोकना है। इस तिथि से, सामान्य पासपोर्ट वाले भारतीय नागरिकों को ईरान में प्रवेश करने या ईरान से होकर आगे की यात्रा करने के लिए वीज़ा प्राप्त करना आवश्यक होगा।
ईरान जाने के इच्छुक सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और ईरान के रास्ते तीसरे देशों में वीजा-मुक्त यात्रा या आगे की यात्रा की पेशकश करने वाले एजेंटों से बचने की सख्त सलाह दी जाती है।
--आईएएनएस
एमएस/डीकेपी