लखनऊ: भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के परिवार के सदस्य और प्रदेश के कई लोग सोमवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर एकजुट हुए। वे सभी अंतरिक्ष से सफल मिशन पूरा करके लौटे शुभांशु शुक्ला का स्वागत करने आए थे। शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) तक का ऐतिहासिक सफर पूरा किया है।
शुक्ला के लखनऊ पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में जिस तरह की उपलब्धि हासिल की है , वो प्रशंसनीय है। हम लोग शुभांशु शुक्ला का स्लागत करने के लिए उत्साहित हैं। शुभांशु शुक्ला ने दुनिया को रास्ता दिखाने का काम किया है। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश सरकार ने शुभांशु शुक्ला के स्वागत में कई जगहों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया है। युवा पीढ़ी के लिए शुभांशु शुक्ला प्रेरणा स्रोत हैं।"
पत्रकारों से बात करते हुए भूपेंद्र चौधरी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। हमें अपने बेटे का स्वागत करते हुए बहुत गर्व हो रहा है। शुभांशु शुक्ला ने दुनिया के सामने एक नया उदाहरण पेश किया है। इस खास मौके पर राज्य सरकार ने उनके सम्मान में पूरे प्रदेश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। वे युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं।"
लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में शुभांशु शुक्ला की तारीफ की। कहा कि शुभांशु ने विश्व पटल पर लखनऊ का नाम रोशन किया है। इसके लिए मैं पूरे लखनऊ वासियों की तरफ से उन्हें शुभकामनाएं देती हूं।
वहीं, भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के परिवार के लोगों ने खुशी और गर्व जताते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी ऊंचाइयां हासिल की हैं और अंतरिक्ष में भारत का नाम रोशन किया है।
जब शुक्ला लखनऊ हवाई अड्डे पहुंचे, तो वहां देशभक्ति के नारों की गूंज थी। उनके पुराने स्कूल के छात्र भी इस मौके पर मौजूद थे। वे हाथों में तिरंगा लहराते हुए, खुशी और गर्व से उनका स्वागत कर रहे थे।
एक छात्र ने कहा, "मैं भी शुभांशु शुक्ला सर जैसा बनना चाहता हूं, ताकि मैं भी अपने देश को गर्व महसूस करा सकूं।"
उसी स्कूल के एक और छात्र ने कहा, "उन्होंने पूरे देश का नाम रोशन किया है। हम उन्हें स्वागत करने आए हैं और बहुत खुश हैं।"
एक तीसरे छात्र ने भी अपनी भावना ज़ाहिर करते हुए कहा, "हमें बहुत गर्व है कि शुभांशु शुक्ला हमारे स्कूल के पूर्व छात्र हैं। मैं भी एक दिन उनकी तरह कुछ बड़ा करना चाहता हूं।"
जून में शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पहुंचने वाले पहले भारतीय बने। वे 18 दिनों के मिशन के बाद 15 जुलाई को धरती पर लौटे। इस मिशन में इसरो द्वारा संचालित कई वैज्ञानिक प्रयोग और अंतरिक्ष स्टेशन पर अन्य गतिविधियां शामिल थीं। मिशन के बाद उन्होंने अमेरिका में कुछ समय तक पुनर्वास (रिकवरी) किया। शुक्ला 17 अगस्त की सुबह भारत लौटे और उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की।
शुक्ला का एएक्स-4 मिशन, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग से पूरा हुआ, पूरे देश में सराहा गया। इस मिशन ने भारत को अंतरिक्ष विज्ञान में नया अनुभव दिया और भविष्य के मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए भारत की तैयारी और उम्मीदों को और मजबूत किया।