Gujarat Traffic Reform: पिछले वर्ष गुजरात के 82 दुर्घटना प्रभावित ब्लैकस्पॉट पर एक भी हादसे नहीं हुए : हर्ष संघवी

गुजरात में सड़क हादसों पर लगाम के लिए 2030 तक की कार्ययोजना पेश, हेलमेट जागरूकता बढ़ेगी।
पिछले वर्ष गुजरात के 82 दुर्घटना प्रभावित ब्लैकस्पॉट पर एक भी हादसे नहीं हुए : हर्ष संघवी

गांधीनगर:  गुजरात सड़क सुरक्षा प्राधिकरण की वार्षिक बैठक गांधीनगर में परिवहन मंत्री हर्ष संघवी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक के दौरान गुजरात सड़क सुरक्षा प्राधिकरण ने हर्ष संघवी के समक्ष विजन-2030 के अंतर्गत राज्य की आगामी पांच वर्षीय सड़क सुरक्षा कार्ययोजना प्रस्तुत की। इस कार्ययोजना के आधार पर पुलिस, आरटीओ, सड़क निर्माण विभाग, स्वास्थ्य और शिक्षा विभागों के संयुक्त प्रयासों से अगले पांच वर्षों में गुजरात में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है।

गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए और अधिक परिणामोन्मुखी कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि गुजरात सड़क सुरक्षा प्राधिकरण और हितधारक विभागों के संयुक्त कार्य के परिणामस्वरूप राज्य के 82 दुर्घटना प्रभावित ब्लैक स्पॉट पर पिछले एक साल में एक भी दुर्घटना नहीं हुई है। इसके साथ ही राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आई है।

उन्होंने कहा कि राज्य में दुर्घटनाओं को कम करना किसी एक व्यक्ति या विभाग की नहीं, बल्कि सभी की साझा जिम्मेदारी है। गुजरात सड़क सुरक्षा प्राधिकरण के अलावा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सड़क एवं आवास विभाग और नगरीय विकास विभाग राज्य में राजमार्गों पर अक्सर होने वाली दुर्घटनाओं के ब्लैक स्पॉट की पहचान और उन्हें कम करने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। मंत्री ने ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तकनीक के समुचित उपयोग का सुझाव दिया।

उन्होंने कहा कि राज्य में हुई अधिकांश दुर्घटनाओं में चालक की जान हेलमेट न पहनने के कारण गई है। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए निकट भविष्य में राज्यव्यापी प्रयास किए जाएंगे, जिसका उद्देश्य नागरिकों को हेलमेट के महत्व को समझाना है, ताकि बहुमूल्य मानव जीवन को बचाया जा सके। इसके अतिरिक्त, राज्य भर के प्रमुख राजमार्गों पर दुर्घटनाओं को कम करने के लिए मंत्री ने सड़कों पर रंबल स्ट्रिप्स लगाने का सुझाव दिया, जिन्हें देश-विदेश के महानगरों में अपनाया जा रहा है।

संघवी ने कहा कि अब से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर के दौरान अस्पताल पहुंचाने वाले सड़क उपयोगकर्ता को 50000 रुपये दिए जाएंगे। 25000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा, ताकि अधिकतम नागरिकों के बहुमूल्य जीवन को स्वर्णिम समय में बचाया जा सके।

भारत सरकार के निर्देशानुसार, गुजरात में जल्द ही 'कैशलेस चिकित्सा सहायता योजना' लागू की जाएगी, जिसमें दुर्घटना पीड़ित को 1,50,000 रुपये तक का निःशुल्क उपचार मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य दुर्घटना पीड़ित को स्वर्णिम समय में उपचार प्रदान करके मौत के मुंह से बचाना है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों को सूचीबद्ध किया जाएगा। पीड़ित के उपचार व्यय की राशि सीधे अस्पताल के खाते में जमा की जाएगी।

उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए गुजरात सड़क सुरक्षा प्राधिकरण और अन्य विभागों के उच्च अधिकारियों की एक टीम पायलट परियोजना के तहत अध्ययन के लिए राज्यों का दौरा करेगी।

इस वर्ष राज्य में 56 नए ब्लैक स्पॉट, जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं, की पहचान की गई है। मंत्री ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिवाली तक इन सभी ब्लैक स्पॉट पर आवश्यक सुधारात्मक उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य की अन्य सभी सड़कों पर भी सड़क सुरक्षा से संबंधित आवश्यक कदम उठाने पर विशेष बल दिया। इसके अलावा मंत्री ने संबंधित विभागों को आंतरिक समन्वय के साथ विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि दुर्घटना के बाद घायलों को तत्काल उपचार मिल सके।

बैठक के दौरान मंत्री संघवी ने राज्य में गैर-ज़िम्मेदाराना और लापरवाही से वाहन चलाने वाले नागरिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करके एक मिसाल कायम करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने संबंधित विभागों को गुजरात सड़क सुरक्षा प्राधिकरण के निर्देशों की अवहेलना या देरी करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।

 

Related posts

Loading...

More from author

Loading...