नई दिल्ली: गोवा में नाइट क्लब अग्निकांड में आरोपी कारोबारी सौरभ और गौरव लूथरा को थाईलैंड में हिरासत में ले लिया गया है। भीषण आग में 25 लोगों की मौत के बाद दोनों भाई पुलिस से बचने के लिए भारत छोड़कर चले गए थे।
आरोपी लूथरा भाई चार देशों के कई शहरों में 'रोमियो लेन' रेस्टोरेंट की चेन चलाते हैं। उत्तरी गोवा के अरपोरा में स्थित नाइटक्लब 'बर्च बाय रोमियो लेन' में भयानक हादसे के कुछ ही घंटों बाद दोनों फुकेट रवाना हो गए।
उन पर गैर इरादतन हत्या के आरोप है। साथ ही लापरवाही के गंभीर आरोप भी लगे हैं। एनडीटीवी के मुताबिक, भारतीय एजेंसियां औपचारिक रूप से उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध करेंगी ताकि उन पर गोवा में मुकदमा चलाया जा सके।
अधिकारियों ने बताया कि हादसे के बाद मुख्य आरोपी गौरव और सौरभ लूथरा के पासपोर्ट सस्पेंड कर दिए गए थे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, केंद्र सरकार या कोई भी नियुक्त अधिकारी पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 10ए के अनुसार पासपोर्ट सस्पेंड करने का अधिकार रखता है। जिन व्यक्तियों के पासपोर्ट सस्पेंड कर दिए गए हैं, उन्हें उसका उपयोग करके देश से बाहर यात्रा करने की अनुमति नहीं होती।
आपराधिक मामलों में अक्सर पासपोर्ट रोक दिए जाते हैं, और उन्हें बहाल करने के लिए कानूनी आवश्यकताओं या शर्तों को पूरा करना पड़ता है। सूत्रों के अनुसार हालात को देखते हुए पासपोर्ट रद्द भी किया जा सकता है।
शनिवार देर रात जब नाइट क्लब में म्यूजिक इवेंट चल रहा था, उसी समय आग लग गई। हादसे के समय वहां करीब 100 लोग मौजूद थे, जिनमें से कई पर्यटक थे। एक वीडियो में कलाकार बॉलीवुड गानों पर भीड़ का मनोरंजन करते दिख रहे हैं। शो के दौरान इलेक्ट्रिक पटाखों के इस्तेमाल से आग लगने का संदेह जताया गया है। आग से सुरक्षा प्रोटोकॉल की घोर अनदेखी के कारण ये हादसा हुआ। अधिकारियों को मौके पर कोई काम करने वाला अग्निशामक यंत्र या अलार्म सिस्टम नहीं मिला।
इस त्रासदी के बाद गोवा में पीक टूरिस्ट सीजन में पर्यटन पर असर पड़ सकता है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कड़ी कार्रवाई का वादा किया। क्लब के चार कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया।
--आईएएनएस
