नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को विपक्ष की आलोचना करते हुए बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान को लेकर कथित तौर पर भ्रम फैलाने और संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाया।
केंद्रीय मंत्री का यह बयान चुनाव आयोग (ईसीआई) की ओर से एसआईआर के पहले चरण के पूरा होने के बाद बिहार की मतदाता सूची का मसौदा जारी करने के बाद आया है।
चुनाव आयोग ने बताया कि अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने मसौदा सूची पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है। इससे विपक्ष की चिंताओं की गंभीरता पर सवाल उठ रहे हैं।
आईएएनएस से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने दावा किया, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद बाधित हो रही है और पूरे देश में भ्रम फैलाया जा रहा है। चुनाव आयोग ने एसआईआर पर कई स्पष्टीकरण जारी किए हैं। आज 6 अगस्त है, और फिर भी, किसी भी राजनीतिक दल ने आधिकारिक तौर पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की है। यह विपक्ष के एजेंडे को उजागर करता है।"
उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता, जहां बिना वजह आप चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि 7 अगस्त को भारत मंडपम में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम में शामिल होंगी। वह कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगी और पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करेंगी। उनके स्वागत में इस्तेमाल किया गया शॉल एक दिव्यांग बेटी ने बनाया है, जो वहां मौजूद रहेंगी। मेरे जैसे लोगों के लिए यह सबसे गौरवपूर्ण क्षण है।
उन्होंने कहा कि मैं देश के प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने 7 अगस्त को बुनकरों के सम्मान का दिन सुनिश्चित किया। अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने इस ओर ध्यान नहीं दिया था। यह एक विशेष और महत्वपूर्ण पहल है। इसके बाद एक तकनीकी सत्र भी होगा, जिसमें सभी पुरस्कार विजेताओं को शामिल किया जाएगा और उनके परिधानों का एक फैशन शो भी आयोजित किया जाएगा।