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गाजियाबाद, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तरी गोवा के अरपोरा स्थित एक नाइट क्लब में हुई अग्निकांड घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और अग्निशमन विभाग अलर्ट मोड में आ गए हैं। अपर पुलिस महानिदेशक, अग्निशमन एवं आपात सेवा लखनऊ तथा पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट गाजियाबाद के निर्देश पर जिले में संचालित क्लब, बार, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थलों पर बड़े पैमाने पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।
इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि ऐसे स्थानों पर स्थापित अग्निशमन सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह कार्यशील हो तथा किसी भी संभावित हादसे की स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। मुख्य अग्निशमन अधिकारी एवं सभी प्रभारी अग्निशमन स्टेशन अधिकारियों की टीमों ने शहर में कुल 30 से अधिक स्थलों का निरीक्षण किया।
चेकिंग के दौरान जिन प्रतिष्ठानों की अग्निशमन व्यवस्थाओं की जांच की गई उनमें—द वाइन एंड मोर रेस्टोरेंट (काला पत्थर रोड), सिनेमन किचन एंड बार (आदित्य मॉल), सोहो गार्डन (सिग्नेचर मॉल), कृष्णा सागर होटल (गंगनहर, मुरादनगर), रॉयल इन होटल (सीकरी कलां, मोदीनगर), शिवम होटल (राज चौपला, मोदीनगर), एएक्सएन पार्टी हॉल (तहसील मोदीनगर), वेदान्ता फार्म हाउस (एनएच-9), सिल्वर सिटी मॉल, आपूलेन्ट मॉल, चौधरी मॉल, बीकानेर रेस्टोरेंट, पिज्जा हट, नजीर रेस्टोरेंट, अन्नतम बैंक्वेट हॉल, बीबीक्यू नेशन (ईडीएम मॉल), बरकोस रेस्टोरेंट, हल्दीराम (ईडीएम मॉल), रूबरू रेस्टोरेंट, लेमन ट्री होटल, पैसिफिक मॉल का येलो चिली रेस्टोरेंट, महागुन मॉल का फूड कोर्ट, महागुन सरोवर पोर्टिको होटल, गोल्डन क्रिस्टल साहिबाबाद तथा ग्रीन वैली बैंक्वेट हॉल शामिल हैं।
अभियान के दौरान कई प्रतिष्ठानों में अग्निशमन प्रणाली में कमियां पाई गईं। निरीक्षण के दौरान अग्निशमन टीम ने वहां मौजूद कर्मचारियों को अग्निशमन उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण भी दिया और आग से होने वाली जनधन की हानि के बारे में जागरूक किया। साथ ही भवनों में स्थापित विद्युत सुरक्षा प्रणाली का ऑडिट कराने के लिए भी संबंधित संचालकों को निर्देशित किया गया। अग्निशमन विभाग ने सभी भवन स्वामियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे अपने प्रतिष्ठानों में लगे फायर सिस्टम को हमेशा ‘ऑटो मोड’ में रखकर पूरी तरह कार्यशील बनाए रखें तथा सभी निकास मार्गों को बाधा रहित रखें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की जा सके।
--आईएएनएस
पीकेटी/डीकेपी