पहलगाम हमले को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने किया पीएम मोदी का समर्थन

फारूक अब्दुल्ला का पीएम मोदी को समर्थन, पाकिस्तान को परमाणु जवाब की चेतावनी
Farooq Abdullah news

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी के लिए समर्थन जताया है। इसके साथ फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस के गायब होने वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान को आगे की उकसावेबाजी के खिलाफ चेतावनी देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हमने पीएम मोदी को पूरा समर्थन दिया है। उसके बाद हमसे सवाल नहीं किया जाना चाहिए। पीएम मोदी को जो भी काम करना है, वह करना चाहिए।

परमाणु शक्ति होने के पाकिस्तान के बार-बार के दावों का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने उन्हें भारत की अपनी क्षमताओं की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि हमारे पास भी परमाणु बम है और हमारे पास यह उनसे पहले भी थे। भारत के गैर-आक्रामक होने के रुख पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने पहले कभी किसी पर हमला नहीं किया। यह सब वहीं से शुरू हुआ और हमने जवाब दिया। आज भी हम इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे, जब तक कि वे इसका इस्तेमाल न करें, लेकिन अगर वे इसका इस्तेमाल करते हैं, तो हमारे पास भी हैं। ऊपर वाला ऐसी स्थिति कभी न आने दें।

कांग्रेस पार्टी द्वारा पीएम मोदी की आलोचना करने पर फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी। दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस ने 28 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी को गायब बताने वाला पोस्ट शेयर किया था, जिसके बाद से बीजेपी और कांग्रेस के बीच पोस्टर वार शुरू हो गया था। हालांकि, इस पोस्टर को बाद में डिलीट कर दिया गया। इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस के कथन को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वे कहां लापता है। मुझे पता है कि वह दिल्ली में है।

उन्होंने भारत की धरती पर बार-बार आतंकवादी हमलों के लिए पाकिस्तान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि मुंबई हमला हुआ और यह साबित हो गया कि उन्होंने इसे अंजाम दिया। पठानकोट और उरी हमला भी उन्होंने किया। उन्होंने कारगिल युद्ध किया और मैं उस समय मुख्यमंत्री था। अब्दुल्ला ने कहा कि वे इसमें शामिल नहीं थे, लेकिन जब हमने कड़ी कार्रवाई की, तो वे मदद मांगने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के पास भागे थे। अब्दुल्ला ने कहा कि अगर वे दोस्ती चाहते हैं, तो ऐसी चीजें जारी नहीं रह सकतीं। इसे रोकना होगा, लेकिन अगर वे दुश्मनी चाहते हैं, तो हम तैयार हैं।

 

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