नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईआईटी के छात्रों से कहा है कि हमें राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को साधते हुए आत्मनिर्भरता हासिल करनी होगी। उन्होंने रविवार को आईआईटी दिल्ली का दौरा किया और यहां छात्रों के साथ नाश्ता किया।
इस दौरान वे छात्रों की कतार में खड़े होकर नाश्ते के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। बाद में उन्होंने छात्रों और फैकल्टी सदस्यों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व और युवाशक्ति की प्रतिभा के बल पर भारत तकनीक, नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।
आईआईटी दिल्ली में यहां उन्होंने कहा कि युवा एक समृद्ध एवं आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करेंगे। प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस संबोधन में दिए गए आत्मनिर्भरता के आह्वान को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने आईआईटी दिल्ली के छात्रों से कहा कि यह सही समय है जब हमें राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को साधते हुए आत्मनिर्भरता हासिल करनी होगी। उन्होंने छात्रों के सपनों और उनके शोध कार्यों के बारे में जाना।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यहां आईआईटी परिसर में छात्रों के सामने आने वाली तकनीकी चुनौतियों पर चर्चा की। उन्हें अपने नवाचारपूर्ण विचार आगे लाने व चुनौतियों पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। शिक्षा मंत्री ने भरोसा जताया कि युवाओं की प्रतिभा, मेहनत और संकल्प भारत की क्षमताओं को और सशक्त बनाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा देश की तकनीकी और आर्थिक संप्रभुता को सुनिश्चित करेगी।
गौरतलब है कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से कहा था, "मैं देश के युवाओं से कहता हूं, आइए आप इनोवेटिव आइडिया लेकर के आएं। आपके आइडियाज को मरने मत देना दोस्तों, आज का आपका आइडिया आने वाली पीढ़ी का भविष्य बना सकता है। मैं आपके साथ खड़ा हूं, मैं आपके लिए काम करने के लिए तैयार हूं, आपका साथी बनकर काम करने को तैयार हूं। आप आइये, हिम्मत जुटाएं, इनीशिएटिव लीजिए।"
प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहा था, "मेरे देश के युवा वैज्ञानिकों को, मेरे टैलेंटेड यूथ को, मेरे इंजीनियर्स को और प्रोफेशनल्स को, और सरकार के हर विभाग को भी मेरा आह्वान है, क्या हमारे अपने मेड इन इंडिया फाइटर जेट्स के लिए जेट इंजन हमारा होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए?"
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों स्पेस में जो रिफॉर्म किए गए, उससे बहुत गर्व हो रहा है। मेरे देश के 300 से ज्यादा स्टार्टअप्स अब सिर्फ और सिर्फ स्पेस सेक्टर में काम कर रहे हैं और उन 300 स्टार्टअप्स में हजारों नौजवान पूरे सामर्थ्य के साथ जुटे हैं। ये है मेरे देश के नौजवानों की ताकत और ये है हमारा हमारे देश के नौजवानों के प्रति विश्वास।
पीएम का कहना था कि यह समय की मांग है कि हम रिसर्च और डेवलपमेंट में और ताकत लगाएं, हमारे अपने पेटेंट हों, हमारे अपने द्वारा बनाई गई मानव जाति के कल्याण की सस्ते से सस्ती और सबसे कारगर नई-नई दवाइयों की शोध हो, और संकट में साइड इफेक्ट के बिना मानव जाति के कल्याण में काम आए।