द्वारका: दिल्ली में द्वारका जिले की चोरी रोधी इकाई ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 50,000 रुपए के इनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नाइम लंबे समय से पुलिस को चकमा देता फिर रहा था।
उसके पास से करीब 100 ग्राम सोना, पिघला हुआ सोना सहित कई कीमती जेवर बरामद किए गए हैं। 16 मई 2025 को द्वारका कोर्ट की एसीजेएम स्वाति गुप्ता ने नाइम (48) को घोषित अपराधी घोषित किया था। नाइम पर पहले से 6 मामले दर्ज हैं।
करीब एक साल पहले द्वारका सेक्टर-19 स्थित भारत वंदना अपार्टमेंट में बड़ी चोरी हुई थी। शिकायतकर्ता सुभाष चंद पांडे के घर का ताला तोड़कर चोर सोना-चांदी के जेवर ले उड़े थे। इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी।
स्थानीय पुलिस ने इस केस में वसीम उर्फ चपटा, फरजान अली और एक सुनार मनीष को गिरफ्तार किया था, लेकिन चोरी का पूरा माल बरामद नहीं हो सका था। इसके बाद डीसीपी अंकित सिंह ने केस को एंटी-बर्गलरी सेल को ट्रांसफर कर दिया था।
इंस्पेक्टर विवेक के नेतृत्व में एसआई विनोद कुमार, एएसआई राजेश कुमार, एचसी अनिल, कॉन्स्टेबल राहुल और कॉन्स्टेबल आशीष की टीम गठित की गई। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया था कि कि चोरी किए गए जेवरों का कुछ हिस्सा नाइम और अकील के पास भी है।
इसके बाद आरोपियों की तलाश में यूपी के कई जिलों में छापेमारी की गई। पुलिस ने नाइम और अकील दोनों पर 50-50 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की। टीम ने हार नहीं मानी और एक साल तक लगातार प्रयास जारी रखे। अब पुलिस को सूचना मिली कि नाइम राजस्थान के सीकर जेल में एक अन्य चोरी के केस में बंद है। इसके बाद कोर्ट से उसका प्रोडक्शन वारंट लिया गया और आरोपी को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया।
दो दिन की पुलिस रिमांड पर पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने मेरठ (यूपी) स्थित घर में छिपाए जेवरों का खुलासा किया। पुलिस ने वहां से सोने की 3 जोड़ी बाली, 3 अंगूठियां, 2 लॉकेट, 2 जोड़ी टॉप्स, 1 सोने का झुमका और करीब 80 ग्राम पिघला हुआ सोना बरामद किया।
नाइम के घर में पत्नी शाहीन और दो बच्चे हैं। निकाह के बाद उसे शराब और जुए की लत लग गई। जुए में हारने के बाद उसे अपना पुश्तैनी घर बेचना पड़ा और दोस्तों से कर्ज भी ले लिया। इसके बाद कर्ज चुकाने के लिए वह चोरी करने लगा। वह वसीम, फरजान अली और अकील के साथ मिलकर दिल्ली, यूपी और राजस्थान में चोरी करता था।
--आईएएनएस
