पटना: सीपीआई (एमएल) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने अमेरिका द्वारा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि यह भारत की संप्रभुता और आजादी पर बहुत बड़ा हमला है।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि यह भारत की संप्रभुता पर बहुत बड़ा हमला है। मोदी सरकार इस मामले में खामोश है, यह सही बात नहीं है। ट्रंप ने यह कहते हुए यह टैरिफ लगाया कि रूस से भारत तेल और हथियार क्यों खरीदता है। भारत का यह आंतरिक मामला है, वह जहां से ठीक होगा, वहीं से खरीदेगा। हम कहां से क्या और क्यों खरीदेंगे, यह अमेरिका तय करेगा?
उन्होंने कहा कि अब ट्रंप ने यहां तक कह दिया कि भारत की अर्थव्यवस्था मरी हुई है। यह देश के लिए शर्म की बात है। संसद में ट्रंप को लेकर बड़ी बहस हुई। उसके बाद भी पीएम मोदी चुप हैं। देश की विदेश नीति, आर्थिक नीति को ट्रंप के पास गिरवी रखना चिंतनीय और शर्मिंदा करने वाला है।
मालेगांव फैसले पर उन्होंने कहा कि अब देश में यही हो रहा है, अक्सर हम देखते हैं कि जिन लोगों पर गंभीर आरोप थे, उनको भी बरी कर दिया जाता है। इस देश में इंसाफ की प्रक्रिया बहुत कमजोर है, आने वाले समय में इंसाफ की गारंटी होगी। चाहे वह सांप्रदायिक हो या कोई जनसंहार हो, महिलाओं पर हो रही हिंसा का मामला हो, सबको समय पर न्याय मिले, हम इसके लिए लड़ेंगे।
उन्होंने महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कहा कि सीट बंटवारे पर बात हो रही है। अभी एसआईआर का बड़ा मामला आ गया है, इस मुद्दे पर हम लोग साथ-साथ हैं। चुनाव आयोग की 1 अगस्त को लिस्ट आ जाएगी और हमने तय किया है कि 2 से 7 तारीख तक हम पूरे बिहार में 'बूथ चलो' अभियान चलाएंगे। इस दौरान हम बूथों का दौरा करेंगे और गहन समीक्षा करेंगे कि कहां किसी को गलत तरीके से मृत घोषित किया गया है, या कहां किसी को बिहार से बाहरी व्यक्ति के रूप में चिह्नित किया गया है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बिहार के जमीन सच को कोर्ट में पेश कर देंगे।