कोलकाता: भाजपा नेता दिलीप घोष ने 21 जुलाई को मध्य कोलकाता में 'शहीद दिवस रैली' में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने रविवार को घोषणा की कि वह भाजपा के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
खड़गपुर में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का नाम 'शहीद श्रद्धांजलि सभा' (शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम) है। इसे कोलकाता में आयोजित होने वाली तृणमूल कांग्रेस की वार्षिक 'शहीद दिवस रैली' के जवाब में माना जा रहा है।
भाजपा भी पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर सोमवार को उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी में इसी तरह की एक रैली आयोजित करेगी, जिसे तृणमूल कांग्रेस की वार्षिक 'शहीद दिवस रैली' के जवाब में भी माना जा रहा है।
सिलीगुड़ी रैली में मुख्य वक्ता पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी होंगे।
घोष ने मीडियाकर्मियों को बताया कि सोमवार को खड़गपुर में आयोजित होने वाली शहीद श्रद्धांजलि सभा, 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों के हाथों कथित तौर पर मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं की स्मृति में होगी।
घोष ने कहा, "2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से राज्य में तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों ने 250 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी है। हम सोमवार को खड़गपुर की सभा में उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।"
उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा ही एकमात्र राजनीतिक दल है जो असली शहीदों को याद करता है।
घोष ने आगे कहा, "हमारे कार्यकर्ताओं ने राजनीतिक संघर्ष में अपनी जान दे दी।"
यह घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों के बीच आया है कि घोष 21 जुलाई को कोलकाता में शहीद दिवस रैली में तृणमूल कांग्रेस नेताओं के साथ नजर आएंगे।
इन अटकलों को और बल तब मिला जब उन्होंने 18 जुलाई को दुर्गापुर में प्रधानमंत्री मोदी की राजनीतिक रैली में हिस्सा नहीं लिया और भाजपा अध्यक्ष जेपी. नड्डा से मिलने नई दिल्ली रवाना हो गए।