नागपुर: मालेगांव केस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि उस समय की सरकार ने वोटबैंक की राजनीति के लिए 'हिंदू आतंकवाद' और 'भगवा आतंकवाद' जैसे शब्द गढ़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि अदालत के फैसले के बाद 2008 की यह साजिश सबके सामने आ गई है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाए कि कांग्रेस ने हिंदुत्ववादी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अधिकारी व पदाधिकारियों को टारगेट करने का षड्यंत्र रचा था।
मीडिया से बातचीत में फडणवीस ने कहा, "उस समय दुनियाभर में बड़े पैमाने पर आतंकवादी घटनाएं हो रही थीं और इस तरीके से 'इस्लामिक आतंकवाद' दुनियाभर में चर्चा का विषय था। इसके चलते अपने वोटबैंक को नाराज करने से बचने और संतुलन बनाए रखने का दिखावा करने के लिए 'हिंदू आतंकवाद' की पूरी थ्योरी तैयार की गई।"
उन्होंने कहा, "लोगों को अरेस्ट किया गया। हिंदुत्ववादी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अधिकारी व पदाधिकारियों को टारगेट करने का यह षड्यंत्र था। बहुत जद्दोजहद के बावजूद उनके खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया। कई अधिकारी ऐसे थे, जिन्होंने बहुत दबाव होने के बावजूद यह स्पष्ट रूप से कहा कि हम गैरकानूनी काम नहीं कर सकते, ऐसा कोई सबूत इनके खिलाफ नहीं है।"
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "परत दर परत यह षड्यंत्र बाहर निकल रहा है। कांग्रेस ने तमाम हिंदुओं को आतंकवादी ठहराने का यह प्रयास किया।"
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के विवादित बयान भी जवाब दिया, जिन्होंने कहा कि 'भगवा आतंकवाद नहीं, सनातन आतंकवाद कहें'। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "पृथ्वीराज चव्हाण अपने सहयोगियों को बताएं, क्योंकि जिस मनमोहन सिंह सरकार में वे शामिल थे, उसी सरकार ने 'भगवा आतंकवाद' कहा था।"
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को नागपुर पहुंचे, जहां उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय रामटेक के नए भवन का उद्घाटन किया।