Delhi Waterlogging News 2025: पटपड़गंज विधानसभा में जल निकासी के लिए बेहतर इंतजाम किए गए: रविंदर सिंह नेगी

पटपड़गंज में भारी बारिश से जलभराव, AAP और BJP के बीच जुबानी जंग तेज।
पटपड़गंज विधानसभा में जल निकासी के लिए बेहतर इंतजाम किए गए: रविंदर सिंह नेगी

नई दिल्ली:  राजधानी दिल्ली में बुधवार हुई जोरदार बारिश के कारण पटपड़गंज विधानसभा सहित कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या देखने को मिली।

इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप ) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है। आप ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि उनकी सरकार में जलभराव की समस्या नहीं होगी, लेकिन बारिश ने उनकी तैयारियों की पोल खोल दी है।

आप ने एक वीडियो के माध्यम से दावा किया है कि पटपड़गंज में सड़कों पर जलभराव इतना था कि नाव चलाने की नौबत आ गई। वहीं, विपक्ष के आरोपों पर स्थानीय विधायक रविंदर सिंह नेगी ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने क्षेत्र में जलभराव की समस्या को काफी हद तक हल कर लिया है।

आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में बारिश के दौरान सड़कों पर कमर तक पानी भर जाता था और गाड़ियां डूब जाती थीं। लेकिन अब भाजपा सरकार के तहत जल निकासी के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं। मैं खुद जल निकासी की व्यवस्था को देख रहा हूं। रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि जलभराव की समस्या पैदा न हो।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर भाजपा विधायक ने पोस्ट किया। पोस्ट में लिखा, “भाजपा सरकार में बदल रही पटपड़गंज की तस्वीर जहां पहले पानी भरता था, वहां अब विकास बहता है। पटपड़गंज का वो इलाका जहां पहले बारिश आते ही पानी का सैलाब उमड़ता था, आज भाजपा सरकार की सतत मेहनत से बिल्कुल साफ और सुचारू है। एनएच-9 हाईवे जो कभी जलभराव का पर्याय था, आज वहां मशीनें चौबीसों घंटे पानी निकालने में लगी हैं। ये बदलाव कोई चमत्कार नहीं, ये है विकास की नीति, नीयत और निरंतरता।“

वहीं, स्थानीय निवासी गोविंद यादव ने दावा किया है कि मानसून की बारिश में इस क्षेत्र में जलभराव की समस्या आम सी बात हो गई है। उन्होंने कहा कि जलभराव को लेकर वर्तमान सरकार गंभीर जरूर है। लेकिन, सिर्फ देसी जुगाड़ के भरोसे जलभराव की समस्या को दूर नहीं किया जा सकता है। सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। स्थानीय का दावा है कि गत वर्ष मानसून में जलभराव में बसें भी डूब गई थीं।

 

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