Delhi Government Logo : सीएम रेखा गुप्ता ने आधिकारिक ‘लोगो’ को अंतिम रूप देने की दिशा में विशेष समिति का किया गठन

दिल्ली सरकार बनाएगी नया लोगो, यमुनापार को 300 इलेक्ट्रिक बसें मिलीं
सीएम रेखा गुप्ता ने आधिकारिक ‘लोगो’ को अंतिम रूप देने की दिशा में विशेष समिति का किया गठन

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राजधानी के आधिकारिक ‘लोगो’ को अंतिम रूप देने की दिशा में एक विशेष समिति का गठन किया है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दी।

दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि दिल्ली सरकार के आधिकारिक लोगो को अंतिम रूप देने के लिए एक विशेष समिति गठित की गई है। यह ‘लोगो’ दिल्ली की पहचान, इतिहास, संस्कृति, विकास और जनता की आकांक्षाओं का जीवंत प्रतीक बनेगा।

उन्होंने कहा कि मायगॉवइंडिया पोर्टल पर लगभग 1800 डिजाइन प्राप्त हुए और इन डिजाइनों के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों की समिति गठित की गई है, जो सर्वश्रेष्ठ विकल्प का चयन करेगी। यह नया ‘लोगो’ दिल्ली के आधुनिक, पारदर्शी और जनकल्याणकारी शासन की झलक प्रस्तुत करेगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को यमुनापार के लोगों को 300 नई देवी (दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरकनेक्टर) बसों की सौगात दे दी। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या दूर करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर नए रूट तय किए गए हैं। नई बसों के चलने के बाद अब डीटीसी के बेड़े में कुल 974 देवी बसें हो गई हैं।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया, "कई इलाकों में बसें होने के बावजूद कनेक्टिविटी कमजोर थी। यात्रा करने में लंबा समय लगता था और भीड़ भी ज्यादा रहती थी। इसी चुनौती को दूर करने के लिए आईआईटी दिल्ली के सहयोग से वैज्ञानिक अध्ययन किया गया। इसके बाद ही पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ये नए रूट बनाए गए। ये नई देवी बसें यमुनापार को राजधानी के हर कोने से जोड़ेंगी।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा संकल्प है कि हर दिल्लीवासी को बराबर की सुविधा और सम्मान मिले। किसी को कोई परेशानी न हो। केंद्र और राज्य सरकार हमेशा जनता के साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "यमुना पार्क, ट्रांस यमुना, यहां तक कि जो ट्रांस यमुना डेवलपमेंट बोर्ड था, उसे भी पिछली सरकार के कार्यकाल में बंद कर दिया गया था, जिससे लोगों को परेशानी हो रही थी। आज हमने यमुना पार को 300 इलेक्ट्रिक बसें दी हैं। इसके साथ ही, हमने आईआईटी दिल्ली के साथ पूरे रूट को भी बदल दिया है।"

 

 

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