शिमला: रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित आर्मी ट्रेनिंग कमांड का दौरा किया। इस अवसर पर कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा ने उन्हें वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए तैयार की जा रही प्रशिक्षण प्रक्रिया की जानकारी दी।
रक्षा राज्य मंत्री ने रणनीतिक नेतृत्व क्षमता के विकास, ऑनलाइन प्रशिक्षण, तकनीकी नवाचारों के समावेश तथा कार्यक्षमता आधारित प्रशिक्षण को लेकर उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कमांड डिजिटल इंडिया मिशन के तहत भारतीय सेना को तकनीक-सक्षम, आत्मनिर्भर और युद्ध के लिए सशक्त बल में परिवर्तित करने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
यहां कमांड में उपस्थित सैनिकों से बातचीत के दौरान रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने ऑपरेशन सिंदूर में सेना, नौसेना और वायुसेना के संयुक्त समन्वय की सराहना की। उन्होंने इसे आतंकवाद और उसके पोषकों के खिलाफ भारत की मजबूत प्रतिबद्धता का सफल उदाहरण बताया।
उन्होंने एनसीसी और सैनिक स्कूलों के विस्तार को लेकर सरकार द्वारा की गई पहल का भी उल्लेख किया। उन्होंने पूर्व सैनिकों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत आर्मी हेरिटेज म्यूजियम परिसर में एक वृक्षारोपण भी किया।
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार को भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र स्थित अग्रिम चौकियों का दौरा किया था। उन्होंने दिन की शुरुआत बाबा केदारनाथ के दर्शन से की। बाबा केदारनाथ के दर्शन के उपरांत वह सेना की अग्रिम चौकियों पर पहुंचे। उन्होंने यहां तैनात सैनिकों से मुलाकात की और उनकी परिचालन व प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की। सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात जवानों के साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करते हुए उन्हें देश की सीमाओं की रक्षा में निरंतर सजग रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बलों को उच्चतम स्तर की तैयारी और सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।