नई दिल्ली: अपराध शाखा ने एक बड़े ऑपरेशन के बाद भगोड़े अपराधी नीरज को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
26 साल का नीरज चोरी और सेंधमारी के 12 मामलों में शामिल रहा है। उसे इंद्रपुरी थाना क्षेत्र में एक चोरी के मामले में 15 अप्रैल को फरार अपराधी घोषित किया था। इसके अलावा, एक अन्य मामले में उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ था।
नीरज पर 2022 में इंद्रपुरी थाने में दर्ज एफआईआर के तहत चोरी का आरोप लगा था। उसे जमानत मिलने के बाद कोर्ट में पेश नहीं होने की वजह से भगोड़ा घोषित किया गया था।
फरार होने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए खास टीम बनाई। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर गौतम मलिक ने किया, जिन्हें एसीपी राजपाल डबास के निर्देशन में काम सौंपा गया। टीम में एएसआई जितेंद्र, एचसी अशोक, एचसी राजेश, कांस्टेबल मुकेश और डब्ल्यू/सीटी नीलम शामिल थे।
टीम ने उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए नीरज के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और लोकेशन ट्रैकिंग की। सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी भी की गई। लंबी जांच के बाद टीम ने नीरज के ठिकाने का पता लगाया और नजफगढ़-नांगलोई रोड से उसे गिरफ्तार कर लिया।
नीरज ने शुरू में मजदूरी का काम किया। लेकिन, उसने गलत संगत और नशे की लत की वजह से अपराध की दुनिया में कदम रखा। 2022 में उसे इंद्रपुरी में चोरी के दौरान गेट तोड़ते रंगे हाथों पकड़ा गया था। जमानत मिलने के बाद वह कोर्ट से भाग गया।
पुलिस के मुताबिक, वह चोरी और सेंधमारी के कई मामलों में शामिल रहा है।
एसीपी राजपाल डबास ने कहा कि यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैये को दर्शाती है।
पुलिस ने बताया कि जांच जारी है और अन्य मामलों में उसकी भूमिका की भी पड़ताल की जाएगी।