नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर पूरे देश में मुहिम छेड़ दी है। पार्टी लगातार यह आरोप लगाती रही है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और चुनाव आयोग की मिलीभगत से मतदाता सूची में हेराफेरी की जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि यह 'वोट चोरी' जनता के जनादेश की सीधी लूट है, जो लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है।
कांग्रेस ने देशभर में 'वोट चोर गद्दी छोड़' नाम से एक जनआंदोलन शुरू किया है। यह एक हस्ताक्षर अभियान है, जिसमें आम नागरिकों से लेकर समाज के हर तबके के लोग शामिल हो रहे हैं। इस मुहिम की शुरुआत 15 सितंबर 2025 से हुई, जो इससे पहले 22 अगस्त से 7 सितंबर के बीच हुई राज्य-स्तरीय रैलियों की सफलता के बाद शुरू की गई थी।
इस अभियान के जरिए कांग्रेस ने घर-घर जाकर लोगों से लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाने की अपील की है।
अब तक इस अभियान में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपने हस्ताक्षर किए हैं। यह संख्या बताती है कि जनता में किस कदर गुस्सा और चिंता है कि चुनावों में गड़बड़ियों से लोकतंत्र की साख दांव पर लग गई है।
कांग्रेस का कहना है कि फर्जी वोटिंग, डुप्लीकेट एंट्री और झूठे पते डालकर मतदाता सूची में धांधली की जा रही है, जिससे असली मतदाता की आवाज दबाई जा रही है।
5 नवंबर 2025 को हुई कांग्रेस महासचिवों, प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में यह तय किया गया कि अभियान का पहला चरण 8 नवंबर 2025 को देशभर के सभी राज्य मुख्यालयों पर बड़े आयोजन के साथ समाप्त होगा। इन कार्यक्रमों में वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और स्थानीय जनता हिस्सा लेगी।
पहले चरण के समापन के बाद सभी राज्य इकाइयों से इकट्ठे किए गए हस्ताक्षर दिल्ली स्थित एआईसीसी मुख्यालय भेजे जाएंगे। इसके बाद अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें और अधिक हस्ताक्षर जुटाए जाएंगे। अंत में ये करोड़ों हस्ताक्षर भारत के राष्ट्रपति को सौंपे जाएंगे, ताकि उनसे चुनाव प्रक्रिया में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की जा सके।
कांग्रेस और जनता ने इस अभियान के तहत चुनाव आयोग से पांच मांगें रखी हैं:-
मतदाता सूची मशीन-रीडेबल फॉर्म में तस्वीरों सहित सार्वजनिक की जाए।
हर चुनाव से पहले जोड़-घटाव की पूरी सूची तस्वीरों सहित जारी की जाए।
गलत तरीके से नाम काटे जाने की शिकायतों के लिए पारदर्शी व्यवस्था बने।
मतदाता सूची में बदलाव की एक तय समय-सीमा हो, ताकि आखिरी वक्त में हेराफेरी न हो।
मतदाता सूची में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और एजेंटों पर सख्त कार्रवाई हो।
कांग्रेस का कहना है कि अभियान पार्टी का कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है। यह देश के हर नागरिक की आवाज है, जो पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव चाहता है। राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि जब जनता की आवाज मिलकर गूंजेगी, तो लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत होंगी।
--आईएएनएस
