Odisha Political CrisisBMC: बीएमसी अधिकारी पर हमले की भक्त चरण दास ने की निंदा, बोले- 'यह शर्मनाक और पूरी तरह से अनुचित'

कांग्रेस ने BMC अधिकारी पर हमले को भाजपा की सत्ता की गुंडागर्दी बताया।
बीएमसी अधिकारी पर हमले की भक्त चरण दास ने की निंदा, बोले- 'यह शर्मनाक और पूरी तरह से अनुचित'

भुवनेश्वर:  ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस घटना के बाद राज्य सरकार पर हमला बोला और राज्य में बढ़ती अराजकता और गुंडागर्दी के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को इसका जिम्मेदार ठहराया।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भक्त चरण दास ने कहा, "सार्वजनिक सुनवाई के दौरान बीएमसी अधिकारी के साथ जो हुआ, वह शर्मनाक और पूरी तरह से अनुचित था। लगभग आठ से दस भाजपा कार्यकर्ताओं ने अधिकारी पर हमला किया, उसे नीचे खींचा, गालियां दी। अधिकारी का एकमात्र दोष यह था कि उसने उस क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार को सार्वजनिक सुनवाई के लिए आमंत्रित नहीं किया था।"

दास ने इस हमले को लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला करार देते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। यह घटना तब सामने आई जब बीएमसी कार्यालय में एक सार्वजनिक सुनवाई के दौरान रत्नाकर साहू पर कथित तौर पर भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमला किया। दास ने इस घटना का विवरण देते हुए कहा, "सार्वजनिक सुनवाई के दौरान बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त के साथ जो हुआ, वह अत्यंत शर्मनाक और अस्वीकार्य है। लगभग आठ से दस भाजपा कार्यकर्ताओं ने अधिकारी पर हमला किया, उसे नीचे खींचा, गालियां दीं और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उनका एकमात्र दोष यह था कि उन्होंने उस क्षेत्र के भाजपा नेता को सार्वजनिक सुनवाई के लिए आमंत्रित नहीं किया था।"

उन्होंने इस घटना को भाजपा की सत्ता के दुरुपयोग का स्पष्ट उदाहरण बताया। दास ने सवाल उठाया, "क्या किसी को आमंत्रित न किए जाने पर निर्वाचित नेताओं या पार्टी कार्यकर्ताओं को इस तरह का हिंसक व्यवहार करना चाहिए? यह व्यवहार केवल उनकी गुंडागर्दी और प्रभुत्व स्थापित करने की मानसिकता को दर्शाता है। भाजपा अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रही है।"

उन्होंने आगे कहा कि इस तरह बाहुबल की राजनीति न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि यह समाज में अराजकता और भय का माहौल भी पैदा करती है। राज्य में कानून-व्यवस्था की हालत खराब है। जब से भाजपा ने सत्ता संभाली है, ओडिशा में इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं। व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए इस तरह के बाहुबल का इस्तेमाल लोकतांत्रिक व्यवस्था में अस्वीकार्य है।

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो यह राज्य में और अधिक अराजकता को बढ़ावा देगा। दास ने कहा, "हम इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि वह निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करे। दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए, चाहे उनकी राजनीतिक पहुंच कितनी ही मजबूत क्यों न हो।"

 

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