Zubeen Garg controversyगुवाहाटी: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को जुबीन गर्ग के निजी जीवन के बारे में एक महत्वपूर्ण दावा करते हुए कहा कि दिवंगत सांस्कृतिक प्रतीक खुद शराब के खिलाफ थे।
सरमा ने आरोप लगाया कि गायक के करीबी लोगों ने उसके सरल और भरोसेमंद स्वभाव का फायदा उठाकर उसे जबरन शराब पीने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने इसे उनकी संपत्ति को गलत तरीके से हड़पने की कथित साजिश का हिस्सा बताया।
मुख्यमंत्री सरमा ने दिवंगत संगीतज्ञ जुबीन गर्ग को उनकी 53वीं जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा युवाओं से मार्मिक अपील की।
मुख्यमंत्री ने इस प्रतिष्ठित गायक की चिरस्थायी विरासत का सम्मान करने की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया। मुख्यमंत्री सरमा ने युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि वे हानिकारक आदतों में लिप्त होने के बजाय सामाजिक भलाई के कार्यों के माध्यम से जुबीन गर्ग के जीवन को याद करें।
उन्होंने कलाकार की भावना के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में रक्तदान और वंचित बच्चों की सहायता जैसी गतिविधियों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया।
सरमा ने कहा कि इस तरह हम जुबीन गर्ग को हमेशा के लिए जीवित रख सकते हैं। उन्होंने प्रशंसकों के लिए अपने आदर्श को याद रखने के रचनात्मक मार्ग पर प्रकाश डाला।
सीएम के इस नए बयान ने जुबीन गर्ग के अंतिम दिनों से जुड़ी सार्वजनिक बहस में एक नया आयाम जोड़ दिया है। इसने ध्यान का एक हिस्सा उनके करीबी लोगों की कथित भूमिका और इरादों पर केंद्रित कर दिया है।
इस बीच, मामले से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार ने सभी पहलुओं का खुलासा सुनिश्चित करने के लिए गहन और पारदर्शी जांच के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
असम की सबसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक हस्तियों में से एक, जुबीन गर्ग का निधन जनता के बीच गहरी भावनाओं को जगा रहा है, न्याय की व्यापक मांग के साथ-साथ उनके समृद्ध कलात्मक योगदान को संरक्षित करने का प्रयास भी जारी है।
--आईएएनएस
