भोपाल: भोपाल हवाई अड्डे पर तैनात सीआईएसएफ के सतर्क जवानों ने मानवता की अनोखी मिसाल पेश की है।
29 अक्टूबर को उन्होंने एक चार साल की बच्ची को अकेली भटकते देखा और कुछ ही मिनटों में उसे परिवार से सुरक्षित मिला दिया। यह घटना सुरक्षा के साथ-साथ करुणा और जिम्मेदारी का बेहतरीन उदाहरण है।
नियमित ड्यूटी के दौरान क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) को आगमन क्षेत्र में एक छोटी बच्ची अकेली घूमती दिखी। जवानों ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने बच्ची को सुरक्षा में रखा और सीसीटीवी कंट्रोल रूम को सूचना दी।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पता चला कि बच्ची अपने रिश्तेदारों का स्वागत करने आए एक परिवार के साथ थी। परिवार इंतजार कर रहा था। लेकिन, बच्ची भीड़ में अलग हो गई थी। इसी दौरान हवाई अड्डे के पार्किंग स्टाफ सलमान ने बच्ची को देखा और पहचान लिया। उन्होंने बताया कि यह उनकी भतीजी है।
जवानों ने तुरंत बच्ची के पिता शकील मियां से संपर्क किया। सभी जरूरी सत्यापन के बाद बच्ची को उनके पिता को सौंप दिया गया। बच्ची को सकुशल पाकर परिवार ने राहत की सांस ली।
शकील मियां ने सीआईएसएफ टीम की तेज, संवेदनशील और पेशेवर कार्रवाई के लिए दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "अगर ये जवान न होते तो पता नहीं क्या होता।"
सीआईएसएफ के कमांडेंट ने जवानों की तारीफ की और कहा कि यह उनकी ट्रेनिंग और सेवा भावना का नतीजा है। हवाई अड्डे पर ऐसी घटनाएं आम हैं। लेकिन, सही समय पर सही कदम उठाने से बड़ा फर्क पड़ता है।
सीआईएसएफ के मुताबिक, इस घटना ने साबित कर दिया है कि सीआईएसएफ न सिर्फ हवाई अड्डों की सुरक्षा करती है, बल्कि यात्रियों की हर छोटी-बड़ी परेशानी में भी साथ खड़ी होती है।
