सुल्तानपुर: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा 25 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाली इस पूजा की शुरुआत 'नहाए खाए' के साथ होगी। 26 अक्टूबर को 'खरना', 27 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य और 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर यह पर्व समाप्त होगा। छठ पर्व को लेकर सुल्तानपुर में तैयारी तेज कर दी गई है।
सुल्तानपुर में लगातार नदी का जलस्तर घट रहा है, तो उसके हिसाब से प्रशासन की तरफ से तैयारियां भी की जा रही हैं। पिछले साल के मुकाबले इस साल भीड़ बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
नगर पालिका के आधिशासी अधिकारी लाल चन्द्र सरोज ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, "छठ पूजा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। यहां बड़े स्तर पर छठ पूजा का मेला लगता है। नगर के सीता कुंड घाट पर छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। छठ पूजा में लोग नदी में उतरते हैं जिसके मद्देनजर नदी के अंदर बैरिकेटिंग की जा रही है, जिससे महिलाएं गहरे पानी में न जाएं।"
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमें घाटों की साफ-सफाई और व्यवस्था में जुटी हैं ताकि घाटों पर लोगों को परेशानी न हो और वे छठ पूजा कर सकें। महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
लाल चन्द्र सरोज ने बताया, "हम लोगों ने काफी तैयारी पहले कर ली थी। नदी का जलस्तर घटने की वजह से जो तैयारी बची है उसे पूरा कराया जा रहा है। इस बार पिछले साल के मुकाबले ज्यादा घाट का विस्तार हो रहा है। घाटों पर लाइट, पार्किंग, मेडिकल टीम, पेयजल, चेंजिंग रूम और बाथरूम की व्यवस्था की जा रही है।"
उन्होंने बताया कि छठ पूजा के दौरान मेला में कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है, जहां से लोग अपनी समस्याओं को बता सकते हैं। किसी को कोई परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेला के कंट्रोल रूम में वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहकर पूरी स्थिति पर नजर बनाए रखेंगे।
आधिशासी अधिकारी ने आगे कहा, "घाटों पर मजदूरों के साथ मशीनों को भी लगाया गया है, जिससे जल्द से जल्द काम पूरा किया जा सके। घाट के रास्ते को जल्द सही कर दिया जाएगा। साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।"