नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बैंक से धोखाधड़ी के एक पुराने मामले में लंबे समय से फरार चल रहे घोषित अपराधी सुरेंद्रन जे को गिरफ्तार किया है। आरोपी को केरल के कोल्लम जिले से पकड़ा गया।
सीबीआई ने यह केस 21 जुलाई 2010 को दर्ज किया था, जिसमें सुरेंद्रन जे (निवासी कुलक्कडा पंचायत, मावड़ी पोस्ट ऑफिस, कोल्लम, केरल) को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया था। वह स्टिच एंड शिप, पुथूर, कोल्लम नामक फर्म का प्रोपराइटर था।
आरोप है कि सुरेंद्रन ने बैंक ऑफ इंडिया, लुधियाना शाखा से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1.5 करोड़ रुपए की फॉरेन बिल परचेज क्रेडिट फैसिलिटी हासिल की थी। इस धोखाधड़ी में उसके साथ अन्य लोग भी शामिल थे।
सीबीआई ने मामले की जांच पूरी कर विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसजेएम), सीबीआई, एसएएस नगर, मोहाली (पंजाब) की अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन आरोप तय होने के बाद भी सुरेंद्रन जे ने अदालत में हाजिर होना बंद कर दिया।
2012 में अदालत ने उसे घोषित अपराधी घोषित कर दिया था। सीबीआई की कई कोशिशों के बावजूद आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला और वह 13 साल तक फरार रहा।
हाल ही में सीबीआई को तकनीकी सूचनाओं और ग्राउंड वेरिफिकेशन के जरिए जानकारी मिली कि सुरेंद्रन केरल के कोल्लम जिले में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर सीबीआई की टीम ने एक सुनियोजित ऑपरेशन चलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को 19 सितंबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम), तिरुवनंतपुरम की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर मोहाली लाने की अनुमति मिल गई।
इसके बाद सुरेंद्रन को 20 सितंबर को एसजेएम कोर्ट, मोहाली में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।