भुवनेश्वर: भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) कार्यालय में अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हुए हमले की मेयर सुलोचना दास ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने बीएमसी मुख्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत मजबूत करने की मांग की है।
मेयर दास ने मीडिया से कहा, “हमले के विरोध में बीएमसी कर्मचारियों ने कल काम बंद कर दिया था। हम उनके गुस्से को समझते हैं और सुरक्षित कार्यस्थल की उनकी मांग का समर्थन करते हैं। अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हम चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ, चाहे वे किसी भी संगठन से हों, सख्त कार्रवाई हो।”
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से सफाई और अन्य जरूरी सेवाएं बाधित नहीं होनी चाहिए। नागरिकों को परेशानी हो रही है, जो ठीक नहीं है। सेवाएं फिर से शुरू हो चुकी हैं, लेकिन कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित महसूस करना जरूरी है।
मेयर ने बीएमसी कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। उन्होंने कहा, “घटना के समय सुरक्षाकर्मी मौजूद थे, फिर भी वे हमले को रोक नहीं सके। यह चिंता की बात है। हम सुरक्षा एजेंसी से बात करेंगे। सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि सार्वजनिक सेवा में काम करने वालों को पर्याप्त सुरक्षा मिले।”
भुवनेश्वर को स्मार्ट सिटी बताते हुए मेयर ने सवाल उठाया कि बीएमसी कार्यालय में सीसीटीवी जैसी बुनियादी निगरानी क्यों नहीं थी। शहर में स्मार्ट ट्रैफिक और निगरानी प्रणाली है, लेकिन हमारे रिसेप्शन में निगरानी की कमी है। हमने स्मार्ट सिटी अधिकारियों को इसे तुरंत ठीक करने को कहा है।
हमले से जुड़े राजनीतिक विवाद पर, जिसमें पीड़ित ने भाजपा विधायक जगन्नाथ प्रधान का नाम लिया, मेयर ने सीधे टिप्पणी से इनकार किया। उन्होंने कहा, “कोई भी दोषी हो, उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।”
उन्होंने बीएमसी में सामान्य स्थिति बहाल करने और शहर की सेवाओं को सुचारू रखने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा, “शहर हम पर निर्भर है। हम इस हिंसा को अपने काम में बाधा नहीं बनने देंगे, लेकिन सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।”