Yogendra Chandolia Trump Remarks : ट्रंप ने भारत को कमजोर करने की कोशिश की, पीएम मोदी ने सूझबूझ से दिया जवाब: योगेंद्र चंदोलिया

योगेंद्र चंदोलिया ने ट्रंप की नीतियों पर निशाना साधा, मोदी की रणनीति को सराहा
ट्रंप ने भारत को कमजोर करने की कोशिश की, पीएम मोदी ने सूझबूझ से दिया जवाब: योगेंद्र चंदोलिया

नई दिल्‍ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत विरोधी टैरिफ नीतियों पर तीखा बयान दिया है।

उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपनी नीतियों के जरिए भारत को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े संयम और सूझबूझ से इसका जवाब दिया।

चंदोलिया ने कहा कि ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाकर आर्थिक दबाव बनाने की कोशिश की, खासकर रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर। लेकिन पीएम मोदी ने अपनी कूटनीति और धैर्य से न केवल भारत के हितों की रक्षा की, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की स्थिति को और मजबूत किया। जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप की टैरिफ नीतियों पर सवाल उठाए, तब ट्रंप को भारत की ओर दोबारा ध्यान देना पड़ा। पीएम मोदी की रणनीति ने न केवल भारत-अमेरिका संबंधों को स्थिर रखा, बल्कि वैश्विक कूटनीति में भारत को एक जिम्मेदार और शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित किया। पीएम मोदी ने साबित कर दिया कि भारत किसी दबाव में झुकने वाला नहीं है।

उन्‍होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना कोई बयान या ट्वीट किए, बड़े संयम से जवाब दिया और देश का नेतृत्व कर रहे हैं। आखिरकार, ट्रंप को भारत की ओर रुख करना पड़ा, खासकर जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनकी टैरिफ नीतियों पर सवाल उठाए।

भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने उपराष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर कहा कि विपक्ष यह कह रहा था कि अंतरात्मा की आवाज पर वोट दीजिए। अंतरात्मा की आवाज में एनडीए को ज्यादा वोट दे दिया और पासा पलट गया। कितने इनवैलिड वोट हुए यह देखने की बात है। इनवैलिड करने वाले भी अपोजिशन पार्टी के लोग होंगे जो बी सुदर्शन रेड्डी को वोट नहीं देना चाहते होंगे, यह बाद में पता चलेगा।

उन्‍होंने नेपाल में हो रहे घटनाक्रम पर कहा कि लोकतंत्र के अंदर इस तरह की घटना बहुत ही निंदनीय है। अगर कुछ लोगों को दिक्कत है तो वह बात करें, हिंसा करना गलत है। नेपाल के लोगों को जितना नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई इतनी आसानी से नहीं हो पाएगी।

 

 

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