नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के बयान को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि मौलाना मदनी जैसे लोग सांप्रदायिकता का जहर घोलने की कोशिश करते हैं।
मौलाना अरशद मदनी ने अल फलाह यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई को लेकर ऐतराज जताया था। मदनी ने कहा था कि भारत का 'मुसलमान' किसी यूनिवर्सिटी का कुलपति नहीं बन सकता और अगर बना तो जेल में जाएगा।
इस पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "मौलाना मदनी का यह बयान बिल्कुल गलत है। अगर आप पूरे देश को देखें, तो कई अहम पद हैं जहां हमारे मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी शिद्दत और ईमानदारी से काम कर रहे हैं। मौलाना मदनी जैसे लोग इसमें अपनी राजनीति ढूंढते हैं और सांप्रदायिकता का जहर घोलने की कोशिश करते हैं।"
प्रवीण खंडेलवाल ने आगे कहा, "सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन 'सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास' में सभी लोग शामिल हैं, लेकिन मौलाना मदनी जैसे कुछ लोग अपनी राजनीति के लिए गलत रंग भरने की चेष्टा करते हुए लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, लेकिन देश कभी भी गुमराह नहीं होगा।"
कर्नाटक में कांग्रेस की अंतर्कलह पर भाजपा सांसद ने कहा, "कांग्रेस बहुत बुरी हालत में है। एक समय था जब राष्ट्रीय पार्टी ने देश पर 6-7 दशकों तक राज किया। आज वो पार्टी इतनी बुरी हालत में है कि अगर किसी राज्य में काम करना होता है तो राज्य की स्थानीय पार्टियों का सहारा लेना पड़ता है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अंतर्कलह लगातार जारी है। इसका एक ही कारण है कि एक परिवार अपनी पार्टी से अपना शासन नहीं छोड़ना चाहता और पार्टी के बाकी लोग दरबारियों की तरह काम करते हैं।
उन्होंने एसआईआर को लेकर अखिलेश यादव की टिप्पणी पर भी जवाब दिया। प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, "ये वही अखिलेश यादव हैं जिन्होंने पहले एसआईआर का विरोध किया था और आज वो एसआईआर की तारीख बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।"
भाजपा सांसद ने कहा कि एसआईआर वास्तव में उन लोगों के लिए है, जो गलत तरीके से मतदाता सूची का हिस्सा बने हैं। इसलिए मतदाता सूची का शुद्धिकरण जरूरी है और एसआईआर होकर रहेगा।
--आईएएनएस
