मोहाली: पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी का मुद्दा राज्य में तूल पकड़ रहा है। ड्रग्स और आय से अधिक संपत्ति मामले में शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी हुई थी। अकाली दल के प्रमुख नेता सुखबीर सिंह बादल ने दावा किया कि मजीठिया के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मोहाली जाने वाले कुछ नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। उन्होंने पंजाब सरकार पर 'अघोषित आपातकाल लागू' करने के आरोप लगाए।
सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "भगवंत मान ने पंजाब में अघोषित आपातकाल लागू कर दिया है। आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से झूठे मामले में फंसाए गए बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए आज मोहाली जा रहे अकाली कार्यकर्ताओं को उनके घरों में ही हिरासत में लिया जा रहा है और यहां तक कि सभी प्रमुख सड़कों पर नाके लगाकर उन्हें रोका जा रहा है। इस तरह की दमनकारी हरकतें कायरता की निशानी हैं।"
अकाली दल के नेता ने आगे लिखा, "यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पार्टी नेता मजीठिया के लिए उमड़ रहे समर्थन से घबरा गए हैं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि अकाली दल और उसके कार्यकर्ता इस तरह की दमनकारी हरकतों से नहीं डरेंगे। पहले भी अकालियों ने जन आंदोलनों के जरिए दमन का मुकाबला किया है। अब भी हम पंजाबियों के समर्थन से भ्रष्ट और तानाशाही आम आदमी पार्टी सरकार को करारा सबक सिखाएंगे।"
बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाना है। पूर्व मंत्री मजीठिया की 26 जून को गिरफ्तारी हुई, जिसके बाद उनको 2 जुलाई तक रिमांड पर भेजा गया था। फिलहाल मजीठिया की रिमांड खत्म हो रही है और ऐसे में उनकी कोर्ट में पेशी होनी है। इसी बीच अपना समर्थन देने के लिए अकाली दल के नेता मोहाली के लिए निकल रहे थे। अकाली दल के कार्यकर्ताओं को फिलहाल मोहाली जाने की इजाजत नहीं दी गई।