Bihar Voter Rights Yatra : भाजपा ने निकाला कैंडल मार्च, पीएम मोदी को अपशब्द पर माफी की मांग

दरभंगा विवाद पर पटना में भाजपा का कैंडल मार्च, विपक्ष से माफी की मांग
पटना: भाजपा ने निकाला कैंडल मार्च, पीएम मोदी को अपशब्द पर माफी की मांग

पटना: बिहार के दरभंगा में 'वोटर अधिकार यात्रा' के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। इस घटना ने न सिर्फ बिहार, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी हैं।

पटना में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के नेतृत्व में बिहार में कैंडल मार्च निकाला गया, जो भाजपा प्रदेश कार्यालय से सप्तमूर्ति शहीद स्मारक तक गया। इस मार्च में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और विपक्षी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की।

दिलीप जायसवाल ने कहा कि इंडिया गठबंधन के मंच से प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल निंदनीय है। उन्होंने मांग की कि विपक्षी नेताओं को तत्काल माफी मांगनी चाहिए।

दिलीप जायसवाल ने कहा, “ऐसी भाषा का इस्तेमाल उस शख्सियत के लिए किया गया, जो देश के लिए लगातार काम कर रहे हैं। यह लोकतंत्र और नैतिकता पर हमला है।”

उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी को इस अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए। हमारा यह मार्च विपक्ष को सद्बुद्धि देने के लिए है। बिहार की धरती पर ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। यह अपमान न सिर्फ प्रधानमंत्री का, बल्कि देश की 140 करोड़ जनता का भी है।

उन्होंने राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर भी निशाना साधा और कहा कि यह बिहार की जनता पर कोई प्रभाव नहीं डालेगी। बिहार लोकतंत्र की धरती है, और यहां ऐसी राजनीति के लिए कोई स्थान नहीं है। ये लोग अपनी हताशा में अब देश की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की 'अपशब्द यात्रा' सोमवार को समाप्त होने वाली है। मैं उनसे पूछूंगा कि आपके परिवार ने इस देश पर 55 साल राज किया और यहां दूसरे युवराज, उनके माता-पिता ने 15 साल राज किया। राहुल गांधी ने गांवों में 24 घंटे बिजली देखी होगी, उन्हें उस पर चर्चा करनी चाहिए। बिहार में सुशासन है, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को खरोंच तक नहीं आई, लेकिन राहुल गांधी ने बिहार आकर माहौल जरूर खराब किया। जिस तरह से उनके मंच से प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्द कहे गए, उससे साबित होता है कि ये लोग लोकतंत्र के नहीं, बल्कि राजतंत्र के पक्षधर हैं।

 

 

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